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आत्महत्या से पहले इस शख्स का मोबाइल पर आया था 9 बार फोन, सुसाइड नोट व कॉल रिकॉर्ड से पुलिस ने ढूंढ निकाला आत्महत्या के दुष्प्रेरण के आरोपी को, पकड़े जाने पर आरोपी कहने लगा याद नहीं मैंने उसे किस लिए फोन किया था?

बालोद/अर्जुन्दा। अर्जुन्दा पुलिस ने आत्महत्या के एक पुराने मामले में शनिवार को राजनांदगांव के नगर निगम के चपरासी मनीष यादव को धारा 306 के आरोप में गिरफ्तार किया। जब गिरफ्तार कर उसे थाने लाया गया और उसे पूछताछ हुई कि आखिर वह मृतक गब्दी निवासी ताम्रध्वज सिन्हा को क्यों प्रताड़ित करता था तो आरोपी कहने लगा कि मुझे तो कुछ याद नहीं है। हो सकता है मैंने शराब के नशे में उसे किसी बात पर गाली दी होगी। अब ताम्रध्वज ने आत्महत्या क्यों की थी यह राज दफन हो गया। लेकिन आरोपी के खिलाफ मृतक के मोबाइल व सुसाइड नोट से साक्ष्य मिलने के चलते उसके खिलाफ पुलिस ने धारा 306 का केस दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक मृतक का गांव व आरोपी का ससुराल भी एक ही गांव है। इससे कभी कभार आरोपी भी गबदी आते रहता था। पकड़ा गया आरोपी अपराधिक प्रवृत्ति का भी है। पुलिस ने जब उसका बैकग्राउंड निकाला तो पता चला कि वह राजनांदगांव में नगर निगम का चपरासी तो है ही, पार्ट टाइम में वह शराब भी बेचता है। थाना प्रभारी कुमार गौरव साहू सहित अन्य टीम ने उसे पकड़ने के लिए राजनांदगांव में लगभग 6 से 8 घंटे तक रेकी की तब जाकर वहां जाल में फंसा।

जनवरी में हुई थी घटना, सुसाइड नोट से मिला सुराग

गिरफ्तार आरोपी

मृतक ताम्रध्वज सिन्हा द्वारा 13 जनवरी 2020 को ग्राम गब्दी छोटे नाला के पास परसाझाड़ से फांसी लगा कर आत्म हत्या कर लिया था। सूचना पर अर्जुन्दा पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया। पंचनामा
के दौरान मृतक के जेब से एक सुसाईड नोट प्राप्त हुआ था। मृतक मृत्यु पूर्व एक अज्ञात मोबाईल नंबर के धारक द्वारा परेशान करने के कारण आत्महत्या करना लिखा था। जिसे जब्त कर परीक्षण राईटिंग एक्सपर्ट रायपुर से राय लिया गया। जो मृतक ताम्रध्वज सिन्हा के द्वारा लिखे सुसाइड नोट को स्वाभाविक लिखावट होना राय दिये है। विवेचना के दौरान जब्त मोबाईल नम्बर का नाम पता लोकेशन हेतु सायबर सेल बालोद के माध्यम से लोकेशन लिया गया। जिसमे मोबाईल नम्बर के धारक मनीष यादव पिता नंदकिशोर यादव निवासी स्टेशन पारा चिखली राजनादगांव का होना पता चला। जिसके पता तलाश हेतु टीम गठित कर स्टेशन पारा राजनादगांव भेजा गया। जहां उक्त मोबाईल के धारक मनीष यादव मिले। जिसे घटना के बारे में पुछताछ किया गया। जो मृतक ताम्रध्वज सिन्हा के मोबाईल नम्बर में अपने मोबाईल नम्बर से घटना दिनांक के पूर्व तक कुल 09 बार बात करना बताया है। जिसे मेमोरेण्डम कथन के आधार पर उक्त आरोपी से एक सैमसंग कंपनी के मोबाईल एंव एंयरटेल कंपनी के सीम को जब्त किया गया।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी अर्जुन्दा के निरीक्षक कुमार गौरव साहू, स्पेशल टीम के प्रआर.1636 भुनेश्वर मरकाम, आरक्षक 263 जितेन्द्र विश्वकर्मा की भूमिका रही।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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