मोदी सरकार को तो अब संसद की गरिमा व महिलाओं के सम्मान का ही ख्याल नहीं, संसद के आखिरी सत्र में महिला सांसदों के साथ धक्का-मुक्की पर विधायक संगीता सिन्हा ने की कड़ी निंदा
बालोद/गुरुर। दिल्ली के राज्यसभा संसद में छत्तीसगढ़ की महिला सांसदों के साथ हुई धक्का-मुक्की व बदसलूकी के मामले में संजारी बालोद विधानसभा की विधायक संगीता सिन्हा ने इसे इतिहास में काला धब्बा बताया। वही उन्होंने मोदी सरकार पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में तो महिलाओं का कोई सम्मान ही नहीं रहा, ना ही संसद की कोई गरिमा बची है। इतिहास में आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ जो मोदी के कार्यकाल में हो रहा है। इससे छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी मोदी सरकार की थू थू हो रही है। जो महिलाओं की सुरक्षा नहीं कर सकती। मोदी सरकार दबाव पूर्वक बिल पास करवा कर मनमानी कर रही है और अपनी मनमानी जारी रखने के लिए संसद के भीतर मार्शल तैनात किए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ की महिला सांसद कांग्रेस समर्थित फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा व अभी याग्निक ने भाजपा के सांसदों व उनके लोगों पर संसद में धक्का-मुक्की व बदसलूकी के आरोप लगाए हैं। उन्होंने राज्यसभा में इंश्योरेंस बिल जबरन पास किए जाने का भी आरोप लगाया गया है। जिस पर भाजपा समर्थित मोदी सरकार एक बार फिर कठघरे में आ गई है। इस मामले में कांग्रेसी विरोध पर उतर आए और उन महिला सांसदों का समर्थन करते हुए कांग्रेसी विधायक भी इस घटना की निंदा कर रहे। इस पर बालोद की विधायक संगीता सिन्हा ने भी मॉनसून सत्र के आखिरी दिन राज्यसभा में महिला सांसदों के साथ बदसलूकी के मामले में विपक्ष केंद्र सरकार पर हमला किया है. उन्होंने कहा जितने सांसद नहीं थे, उतने मार्शल थे. फूलों देवी को चोट आई है. राज्यसभा में फोर्स की क्या जरूरत थी. यह बहुत अभद्र व्यवहार था. यानी वे बोलने नहीं देंगे और मनमानी करेंगे।
अब तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ
विधायक संगीता ने कहा जानकारी अनुसार पूरे सदन के अंदर जितने सांसद थे, उनसे तीन गुना मार्शल थे. हमारी महिला सांसद गिर गईं. अब तक के इतिहास में ऐसा सदन कभी नहीं चला. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. कांग्रेस ही नहीं पूरा विपक्ष जिस तरह से अपनी बात नहीं रख पा रहा है. अपने हिसाब से सरकार सदन चला रही है. 5 मिनट में तीन बिल पास कराए जा रहे हैं. ये कहां का नियम हैं.