ब्लॉक कांग्रेस गुरुर ने राज्यसभा के मानसून सत्र में महिला सांसदों के साथ की गई बदसूलकी पर की घोर निंदा
बालोद/गुरुर – महिला सुरक्षा की बात करने वाले केंद्र सरकार सत्ता के मद में इस तरह मदहोश है कि आज राज्यसभा में ऐसा हुआ जो देश के 70 सालों के संसदीय इतिहास में कभी भी नही हुआ। राज्यसभा में घटित घटना अत्यंत शर्मनाक और निंदनीय है। मानसून सत्र के आखिरी दिन केंद्र सरकार के द्वारा इंश्योरेंस बिल जबरदस्ती पास करने का प्रयास किया जा रहा था। जिसका विरोध विपक्षी सांसदों ने किया। फलस्वरूप हंगामा हुआ। इस दौरान कुछ मार्शल एवं सत्ता पक्ष के पूरूष सांसदों ने विपक्ष के महिला सांसदों के साथ धक्का-मुक्की एवं बदसलूकी की। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि ऐसी घटना केंद्र के सत्ता पक्ष की सांसदों की संकीर्ण मानसिकता को प्रदर्शित करता है। इस घटना में छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के आदिवासी सांसद फूलों देवी नेताम एवं छाया वर्मा तथा अमी याग्निक को चोटें आई। सत्ता पक्ष के सांसदों द्वारा विपक्ष के महिला सांसदों के साथ इस तरह बदसलूकी करना केंद्र सरकार की अभद्रता , दादागिरी ,और ओछी मानसिकता को दर्शाता है। विपक्षी सांसद महिलाओं की सुरक्षा , महंगाई और किसानों के मुद्दों पर चर्चा करना चाह रहे थे। लेकिन सत्ता पक्ष के सांसद चर्चा करने के बजाए मारपीट पर उतारू हो गये। केंद्र में भाजपा की सत्तारूढ़ सरकार अपने बिलों को पास कराने के लिए जोर जबरदस्ती पर उतर आई है। ऐसी सरकार को नैतिकता के आधार पर तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। 70 सालों के अब तक के इतिहास में सदन में महिला सांसदों के साथ ऐसी घटना कभी नहीं हुई। कांग्रेस ही नहीं पूरे विपक्ष को अपनी बात नहीं रखने दिया जा रहा है। सरकार अपने हिसाब से सदन को चला रही है। संसदीय नियम कायदों को ताक पर रख दिया गया है। ऐसे में केंद्र की भाजपा नीत सरकार को सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं बनता। इस तरह की शर्मनाक घटना के कारण केंद्र की भाजपा सरकार की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नुतनकिशोर साहू, जिला पंचायत सभापति मीना सत्येन्द्र साहू ,जिला पंचायत सभापति केदार देवांगन ,प्रदेश सचिव तुका राम साहू ,प्रदेश सचिव हरिशपुरी गोश्वामी, सत्येन्द्र साहू, तुलेश साहू, जीवराखन साहू , ताम्रध्वज यादव ,रिखी साहू, खोमन सिन्हा द्वारा घोर निंदा की गई।