मोहल्ला कक्षाओं के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल पर स्कूल शिक्षा विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में राज्य स्तरीय वेबिनार संपन्न

रायपुर: स्कूल शिक्षा विभाग और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में ‘कोविड महामारी के दौरान संचालित मोहल्ला कक्षाओं के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल’ विषय पर वेबिनार का आयोजन 17 जुलाई 2021 को किया गया। इस अवसर पर डॉ प्रेमसाय सिह टेकाम, छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा मंत्री द्वारा शिक्षकों को अपने मोहल्ला कक्षाओं के संचालन के दौरान सावधानी बरतने एवं सुरक्षा संबंधी सभी उपायों का कडाई से पालन करने के निर्देश दिए |
डॉ कमल प्रीत सिंह, सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों को दूरी बनाकर, मास्क पहनकर आने पर जोर देते हुए सभी शिक्षकीय एवं गैर-शिक्षकीय स्टाफ को तुरंत वैक्सीन लगाने की अपील की | जिलों में विभिन्न टीकाकरण शिविरों में पंजीयन कर जल्दी से जल्दी टीका लगाकर अपने आपको सुरक्षित रखने का उन्होंने सभी से अनुरोध किया | डॉ जॉब जकारिया, राज्य प्रमुख, यूनिसेफ, छत्तीसगढ़ ने इस मौके पर शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों को मोहल्ला कक्षा में अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों विषय पर संबोधित किया। उन्होंने एक शोध का हवाला देते हुए बताया कि एक माह कक्षा में बच्चे अनुपस्थित रहें तो उन्हें दो माह का सीखने में नुकसान अर्थात लर्निंग लोस होता है |
90-मिनट के वेबिनर में बच्चों के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार, मोहल्ला कक्षाओं के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल और शिक्षकों की भूमिका विषय पर यूनिसेफ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ और जल एवं स्वच्छता विशेषज्ञ/ ऑफिसर/परामर्शी के द्वारा विस्तार से चर्चा की गयी । डॉ गजेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी द्वार बच्चों के लिए कोविड उपयुक्त व्यवहार, श्वेता पटनायक एवं बिराजा कबी सतपति, जल और स्वच्छता प्रभारी द्वारा मोहल्ला कक्षाओं में सुरक्षा प्रोटोकाल और शिक्षकों की भूमिका पर चर्चा की | उन्होंने सौ दिनों के भीतर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग द्वारा पाइप से नल द्वारा जल दिए जाने वाली योजना का लाभ सभी विद्यालयों को लेने का सुझाव दिया | इस कार्यक्रम के लिए राज्य से चयनित 4 शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों मोहनलाल जायसवाल, कांकेर, सरिता सिंह, सरगुजा, चन्द्रकांत साहू दुर्ग एवं सी आर देवांगन, कांकेर द्वारा उनके द्वारा मोहल्ला कक्षा में किये जाने वाले सुरक्षा उपाय पर उनका अनुभव भी साझा किया गया। वेबिनार में राज्य के लगभग 1,000 शालाओं के शिक्षकों/ प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया।
कोविड माहवारी के दौरान संचालित मोहल्ला कक्षाओं में बच्चों के सुरक्षा एक महत्वपूर्ण और गंभीर मुद्दा है। मोहल्ला कक्षाओं के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल विषय पर वेबिनार आयोजित करने का उद्देश्य शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों को कोविड अनुरूप व्यवस्था और व्यवहार को बढावा देने पर सवंदेनशील बनाना है। इस वेबिनार के माध्यम से यह भी संदेश दिया गया कि शिक्षक बच्चों को कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने को प्रेरित करें, जिसे बच्चे खुद मोहल्ला कक्षा में अपनाकर अपने घर तक और समुदाय तक ले जायें।
कोविड महामारी के कारण बंद स्कूलों में स्कूल शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में शिक्षकों/प्रधानाध्यापकों द्वारा मोहल्ला कक्षा का संचालन किया जा रहा है। मोहल्ला कक्षा कोरोना से बचाव के लिए एक साथ भीड़ न करके गाँव में अलग-अलग स्थानों पर सीमित संख्या में छात्रों के लिए शिक्षण की वैकल्पिक व्यवस्था है। शिक्षक/प्रधानाध्यापक अपने स्तर से मोहल्ला कक्षा में कोविड अनुरूप व्यवस्था बनाने हेतु प्रसंशनीय कार्य कर रहें हैं और बच्चों को कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं ।
वेबीनार के दौरान यूनिसेफ द्वारा एक लघु वीडियो का प्रदर्शन किया गया जिसमें कठपुतली के माध्यम से हाथ धोना समझाया गया | कार्यक्रम के दौरान ही स्कूल शिक्षा सचिव कमलप्रीत के निर्देशानुसार टीकाकरण संकलन संबंधी जानकारी को दो हजार से अधिक शिक्षकों ने भरा | इसे गूगल लिंक के माध्यम से साझा किया गया है जिसे एक दो दिनों में राज्य के सभी शासकीय, निजी एवं अनुदान प्राप्त शिक्षकों एवं गैर-शिक्षकीय स्टाफ एवं शिक्षा विभाग के समस्त अमले से भरवाया जाना है |
कार्यक्रम का संचालन एवं तैयारी समग्र शिक्षा से डॉ एम. सुधीश एवं यूनिसेफ से आशीष द्वारा की गयी और उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापन समग्र शिक्षा की ओर से आशीष गौतम द्वारा किया गया |

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