बालोद/ गुरूर। गुरुर ब्लॉक के ओनाकोना अमली पारा से लगे हुए जंगल में गांजा की एक बड़ी खेप बरामद हुई है। जहां पर अज्ञात तस्करों द्वारा बोरी और वेन के सीट कवर में छिपाकर गांजा रखा गया था। गांव के ही कोई युवक जंगल की ओर गया था तो 3 बोरियों में बंधे हुए गठरी नजर आए। पहले तो गांव वालों को डर हो गया कि कहीं किसी की हत्या करके लाश को बांधकर तो नहीं फेंका गया है। संदेह के आधार पर बात बात धीरे-धीरे गांव में फैली और पुलिस को भी खबर की गई। टीआई अरुण नेताम, सहायक उपनिरीक्षक धनेश्वर साहू व अन्य मौके पर पहुंचे। पास जाकर देखा गया तो बोरी खोलने पर अलग-अलग पैकेट में गांजा निकला। एक बोरी में तो पूरा सीट कवर भरा हुआ था। पहले तो पुलिस को भी यही लगा कि सीट कवर को किसी ने फेंका है लेकिन जब कवर को फाड़ कर देखा गया तो उसमें रुई की जगह पूरा गांजा भरा हुआ था। पुलिस देखकर हैरान रह गई है। आशंका है कि ओना कोना को चारामा नेशनल हाईवे से लगा हुआ है। कई बार गांजे की तस्करी की घटना इस रास्ते में सामने आ चुकी है। गुरुर, चारामा, धमतरी सहित अन्य थाने की पुलिस कई गाड़ियों में गांजा तस्करों को पकड़ चुकी है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि तस्करों द्वारा ही इस जंगल में गांजा लाकर छिपाया गया था और समय आने पर ही इसकी तस्करी करने की तैयारी रही होगी। लेकिन ग्रामीणों द्वारा छुपाए गए गांजे को देख लेने से मामला खुल गया। कुल 47 किलो 900 ग्राम गांजा भरा हुआ था। जिनकी कीमत लगभग ₹4 लाख 79 हजार आंकी गई है। पुलिस 20 ख नारकोटिक्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर अज्ञात आरोपी की तलाश कर रही है।