बालोद – भाजपा महिला मोर्चा की बालोद जिला अध्यक्ष दीपा साहू ने बजट को बड़े वर्ग के लिए निराशा का बजट बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को सपने दिखाकर, तोड़ने का काम किया है. बजट में न तो अधोसंरचना विकास के लिए कोई प्रावधान है. उन्होंने कहा कि मिडिल क्लास को कुछ नहीं मिला है. उन्होंने कहा शराब बंदी को लेकर भी सरकार की चुप्पी बनी है महिलाओं को उम्मीद थी कि राज्य सरकार इस तीसरे बजट में शराब बंदी को लेकर कोई कदम उठाएगी लेकिन खेद व दुर्भाग्य की बात है की शराब बंदी तो दूर नए शराब दूकान और खोले जा रहे हैं
घोषणा पत्र और बजट
दीपा साहू ने कहा भूपेश सरकार के बजट को ध्यान से देखें तो लगभग यह बजट ग्रामीण क्षेत्रों में ही सिमटा हुआ दिख रहा है. सरकार किसानों के लिए पहले से ही बड़ा बजट खर्च कर चुकी है. बजट में एक बार फिर कृषि के लिए ही प्रावधान दिख रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में तमाम वादे किए थे. युवाओं को रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण, यूनिवर्सल हेल्थ केयर जैसे बड़े सपने दिखाए गए थे.
वादों के लिए इंतजार ही करना होगा
सरकार के तीसरे बजट में भी इन वादों के लिए कुछ नहीं दिखा. लिहाजा अब भी इन वादों के लिए इंतजार ही करना होगा. बालोद जिले की बात करें, तो कुछ खास अलग से यहां मिलता नहीं दिख रहा है. कृषि महा विद्यालय सहित अन्य बड़ी कोई सौगात बालोद को नहीं मिली है. आज भी बालोद जिले के कई गांव में कॉलेज खोलने की जरूरत है ताकि बेटियों की शिक्षा प्रभावित न हो पर सरकार इन सब में कोई ध्यान नहीं दी है.