कांग्रेस बनाम भाजपा और डॉ आंबेडकर के अपमान बनाम सम्मान अभियान होगा शुरू, अंबेडकर के प्रति कैसी थी कांग्रेस की सोच, हकीकत बताने अनुसूचित बस्तियों तक जाएंगे भाजपाई

अटल जी की सरकार में डॉ अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान दिया गया – चेमन देशमुख
कांग्रेस तो बाबा साहब अंबेडकर को संविधान सभा की ड्राफट कमेटी का चेयरमैंन नहीं बनाना चाहती थी- राकेश यादव
बालोद। भारतीय संविधान शिल्पी, महान अर्थशास्त्री, समाज सुधारक ,भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की 135 वी जयंती पर भाजपा जिला बालोद द्वारा बुथ से जिला स्तर तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष चेमन देशमुख ने कहा कि 13 अप्रैल से 25 अप्रैल तक भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर पार्टी द्वारा आहूत कार्यक्रमों की श्रृंखला रखी गई है। उन्होंने कहा कि लोकसभा के चुनाव में एक लाल किताब दिखाकर संविधान का रक्षक होने का दावा कर कांग्रेस ने एक नॉरेटिव सेट करने का काम किया था। आरक्षण खत्म कर देने का झूठ तक फैलाया। कांग्रेस आरक्षण की घोर विरोधी है जबकि भाजपा प्रधानमंत्री मोदी ने आरक्षण का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि संसद के केंद्रीय कक्ष में स्वाधीनता सेनानी और संविधान निर्माण में सहयोग करने वाले वरिष्ठ नेताओं के चित्र लगे हुए हैं लेकिन डॉ अंबेडकर का चित्र कांग्रेस और तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने नहीं लगने दिया । जब स्व अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री बने तब वहां डॉ अंबेडकर का चित्र लगा। अटल जी के प्रतिनिधित्व काल में ही डॉक्टर अंबेडकर को भारत रत्न का सम्मान दिया गया। जिला भाजपा महामंत्री एवं उक्त कार्यक्रमों के जिला संयोजक राकेश छोटू यादव ने बताया कि 13 अप्रैल को जिले के सभी बाबा साहेब की प्रतिमाओं एवं प्रतिमा स्थलो पर स्वच्छता अभियान किया गया। साथ ही 13 तारीख को रात को मूर्ति स्थलों पर दीप उत्सव किया गया 14 तारीख को प्रातः से ही अंबेडकर जी की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया व उनकी जयंती के अवसर पर भाजपा द्वारा मिष्ठान वितरण कर उन्हें अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। जहां प्रतिमाया नहीं थी वहां पर बुथ स्तर पर बाबा साहब का चित्र रखकर माल्यार्पण किया गया। इसी दौरान संविधान की प्रस्तावना का वाचन भी किया गया। इसके बाद भाजपा के वक्ताओ ने कांग्रेस बनाम भाजपा और डॉ आंबेडकर के अपमान बनाम सम्मान विषय पर उपस्थित कार्यकर्ताओं व नागरिकों के बीच जानकारी रखी। 15 से 25 अप्रैल तक भाजपा अनुसूचित बस्तियों में जाएंगे और वास्तविकता तथा यथार्थता के आधार पर हर चौखट पर जाकर बताएंगे कि डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर का अपमान कांग्रेस ने क्यों किया और डॉक्टर अंबेडकर का सम्मान भाजपा ने कैसे किया। कांग्रेस ने डॉक्टर अंबेडकर का अपमान और भाजपा ने डॉक्टर अंबेडकर का सम्मान करने के लिए क्या-क्या काम किया यह बात हर अनुसूचित जाति परिवार की चौखट तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा की इस दृष्टि से तय हुआ है कि प्रत्येक जनपद से 25 लोगों का चयन हुआ है जो पांच-पांच अनुसूचित समाज के प्रमुख लोगों से संपर्क करेंगे। यह अनुसूचित क्षेत्र के लोग भाजपा कार्यकर्ता नहीं होंगे गैर भाजपा लोगों के साथ मिलकर वार्ता करेंगे । बाबा साहब का अपमान और बाबा साहब का सम्मान अनुसूचित वर्ग के टीचर ,प्रोफेसर, डॉक्टर, वकील इन सभी के साथ कोई ऐसा व्यक्ति होगा जो समाज का नेतृत्व करता होगा, ऐसे लोगों को भी चयनित कर उनके दरवाजे तक भाजपाई जाएंगे। कांग्रेस ने बाबा साहब को मुंबई प्रेसिडेंसी के चुनाव में हराया । संविधान सभा का चुनाव करवाया गया। संविधान सभा का चुनाव हारने के बाद हिंदू महासभा के सदस्य द्वारा रिक्त किए स्थान पर अंबेडकर को भेजा गया। कांग्रेस तो बाबा साहब अंबेडकर को संविधान सभा में प्राप्त कमेटी का अध्यक्ष नहीं बनने देना चाहती थी। लेकिन डॉक्टर अंबेडकर अध्यक्ष बने और भारत को उनकी माटी का यह संविधान मिला। इसी प्रकार 1952 के लोकसभा चुनाव में और 1954 के भंडारा के उपचुनाव में कांग्रेस ने डॉ अंबेडकर को हराया। बाद में कांग्रेस ने डॉक्टर अंबेडकर को हराने वाले प्रत्याशी को पद्म विभूषण से कांग्रेस सरकार ने सम्मानित किया। उस कांग्रेस से अनुसूचित जाति वर्ग की समर्थक होने और डॉ अंबेडकर के प्रति सम्मान होने की कल्पना भी बेमानी है। भाजपा अनुसूचित जाति प्रदेश सदस्य अश्वन बारले ने कहा कि डॉ आंबेडकर के निधन उपरांत उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में ना हो इसके लिए कांग्रेस से पूरा जोर लगाया और परिवार को उनका शव लेकर मुंबई जाने के लिए बाध्य किया । उनका मुंबई जाने के लिए विमान तक कांग्रेस ने उपलब्ध नहीं कराया। आज प्रधानमंत्री मोदी ने पंच तीर्थ विकसित किया। उनके जन्म भूमि महू, शिक्षा भूमि लंदन में मोदी सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर का स्मारक बनवाया। दीक्षाभूमि नागपुर में स्मारक बनवाया । दिल्ली स्थित परी निर्माण स्थल को भी मोदी सरकार ने स्मारक के रूप में स्थापित किया और मुंबई की चैतन्य भूमि जहां डॉक्टर अंबेडकर का अंतिम संस्कार हुआ था, आज लाखों लोग वहां हर साल पहुंचते हैं । स्टैचू ऑफ इक्वलिटी बनाने का कार्य मोदी सरकार कर रही है । निवर्तमान खेरथा मंडल अध्यक्ष टिनेश्वर बघेल ने कहा कि डॉ अंबेडकर की 135 वीं जन्म जयंती भारत के अलावा 120 देश में मनाई गई। 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया गया। डॉक्टर अंबेडकर की जयंती को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया। इसके अलावा केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल में डॉ आंबेडकर के सम्मान में किए गए कार्यों की भी चर्चा की ।उन्होंने संविधान की दुहाई देती कांग्रेस के संविधान विरोधी आचरण और कृतियों पर भी प्रकाश डाला।