बेनूराम साहू ने प्रस्तुत की समाज सेवा की अनूठी मिसाल, बेटी के जन्मदिन पर एम्स अस्पताल आने वाले मरीज और परिजनों को करवाया दोपहर का भोजन, हुआ भंडारा का आयोजन

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के छोटे से ग्राम नर्रा के रहने वाले बेनू राम साहू रेलवे कर्मचारी ने समाज सेवा के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। 17 जुलाई को अपनी बेटी हर्षिता साहू के जन्मदिन के अवसर पर एम्स अस्पताल रायपुर में दूर-दूर से इलाज हेतु आए हुए मरीज और उनके परिवार के सदस्यों के लिए उन्होंने दोपहर के भोजन भंडारा की व्यवस्था की। इस भोजन थाली में चावल, दाल, सब्जी, पुड़ी, कढ़ी , हलवा, अचार पापड़ सलाद केलापन जैसे खाद्य सामग्री उपलब्ध थे

इस अवसर पर बेनूराम साहू अपने पूरे परिवार सहित लगभग 400 लोगों को भोजन वितरण में सेवा दिए
इस दौरान हर्षिता साहू के हॉस्टल की सहेलियां दामिनी, ऊर्जा, रिया, निशिता और विनीता ने भी इस पुण्य काम में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस किया और इस अनूठे जन्मदिन के लिए हर्षिता साहू को बधाई दी। बेनूराम साहू छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ के कार्यकारी प्रदेश संयोजक के रूप में पूरे प्रदेश में सक्रिय हैं। वर्तमान में रेलवे पैसेंजर गार्ड के रूप में दुर्ग में सेवा दे रहे हैं और भिलाई तीन चरौदा में निवासरत हैं। क्षेत्र में सर्दियों में कंबल बांटना, गर्मियों में प्याऊ घर संचालन करना, जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहयोग करना, जैसे निस्वार्थ समाज सेवा बेनूराम साहू विगत कई सालों से करते आ रहे हैं और गरीब परिवार होने के बावजूद समाज सेवा में अग्रणी रहने के कारण क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना लिए हैं बेनूराम राम साहू ने बताया कि यह काम “ए मां भोजन समिति” के सहयोग से संपन्न हुआ। समिति पिछले 5 वर्षों से दानदाताओं के सहयोग से प्रतिदिन सुबह चाय नाश्ता, दोपहर और रात को भोजन, तीनों समय उपलब्ध कराती है।

लोग अपने परिवार के सदस्यों के जन्मदिन, पुरखों के पुण्यतिथि तथा विशेष अवसर पर यहां आकर दान करते हैं। पिछले दो महीने से गंभीर कैंसर, ट्यूमर, गला के मरीजों के लिए अतिआवश्यक होने पर नारियल पानी, गर्म पानी, गर्म दूध लोगों को दे रहे हैं। बेनूराम साहू ने लोगों से अपील की है कि आप लोग भी यथासंभव समिति को अन्न दान कर सहयोग कीजिए ताकि आने वाली पीढ़ी दान के महत्व को समझे। संस्कारवान, दयालु और एक दूसरे के सहयोग के लिए प्रेरित हो सके। बाहरी मौज मस्ती से अच्छा है कि ऐसे पुण्य काम में सहयोग दुआए कमाए। ताकि देर सबेर आपको तथा आपके परिवार को इस पुण्य काम का यथोचित प्रतिफल मिले।

You cannot copy content of this page