मोना ने बनगांव के बच्चों को खेल से जोड़ किया शिक्षित और माताओं को भी बनाया स्मार्ट, इन प्रयासों से मिल चुका मुख्यमंत्री शिक्षादूत पुरस्कार

बालोद|  मोना रावत, सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला बनगांव में पदस्थ हैं। जिनका बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से सरल व मित्रता व्यवहार से शिक्षा देना ही उनकी हॉबी है। बच्चों को कैसे सुखद और अनुकूल वातावरण में रखा जाए ये समझी फिर विभिन्न नवाचारी जैसे- खेल-खेल में शिक्षा, खिलौना निर्माण, गीत, कविता, अभिनय के माध्यम से अध्यापन कार्य करना शुरू की। जिसके परिणाम स्वरुप बच्चों की उपस्थिति 100% व शैक्षिक गुणवत्ता में वृद्धि हुआ। बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता के साथ-साथ खेल, व्यायाम, अच्छे आदत की भी शिक्षा दी जाती है, जिसके लिए मोना रावत को शिक्षा विभाग ने 2022 में मुख्यमंत्री शिक्षादूत पुरस्कार से सम्मानित किया था ।

मोना ने यूट्यूब चैनल में भी बहुत सारे खिलौने व टी.एल.एम. को अपलोड किया है। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ ग्राम बनगांव को भी आगे आने के लिए अपना भरपूर योगदान देती हैं । लगातार विगत 2 वर्षों से छत्तीसगढ़ी ओलंपियाड में बनगांव की महिला 40 प्लस के द्वारा गांव का नाम रोशन कर रही है। मोना ब्लॉक नोडल अंगना म शिक्षा व एसआरजी ग्रुप के  मेंबर के रूप में अपना कार्य कर रही हैं। बनगांव की सभी माताये स्मार्ट मदर के रूप में जानी जाती है इन माता की खासियत है कि घर व खेत के कामों में व्यस्त रहने के बाद भी उन्होंने अपना थोड़ा समय निकालकर बच्चों को पढ़ने में अपना योगदान दे रहे हैं । मोना ने हर माह एसएमसी बैठक में माता का फीडबैक भी लेना शुरू किया और सारे माताएं बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं। प्रतिदिन माताएं उनके साथ व्हाट्सएप के माध्यम से जुड़ी रहती हैं। किसी कारणवश अगर बच्चा शाला नहीं आता तो शिक्षिका मोना स्वयं जाकर बच्चों के न आने का कारण जानती हैं । साल भर माता शालेय कार्य व पढ़ाने में योगदान देती हैं। तो उन्होंने सावन मिलन के बहाने माता को सम्मान करना और खुला मंच देना प्रारंभ किया। इनके इन्ही पहल के कारण बनगांव से हर समय योगदान मान सम्मान मिलता रहता है।

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