गुरू से लेकर ज्ञान, आज खिलाड़ियों के गुरू बने वासुदेव, मार्शल आर्ट सिखाकर बच्चों को पहुंचा रहे नेशनल स्तर तक, खुद भी पहुंचे नई बुंलदियों पर 

बालोद| इस विश्व शिक्षक दिवस पर हम एक ऐसे युवा की बात कर रहें जो अपने गुरू से सीखी विद्या के जरिये दूसरों को खेल-खिलाड़ी की विधा में पारंगत कर रहे हैं। बच्चे मार्शल आर्ट के क्षेत्र में उनसे सीखकर नेशनल स्तर तक जा रहे हैं। बात हो रही है वासुदेव पिता उदय राम निवासी हीरापुर जिला बालोद की। वासुदेव बचपन से ही सेना के लिए तैयार हो रहा पर किस्मत की मात मिली पर आज भी अपने दिल में देश प्रेम को भावना रखते हैं, वासुदेव ने जब 12वी की पढ़ाई तब से खेल में रुचि रखा तथा मार्शल आर्ट्स में एक शुरुआत किया। 2013 से लगातार मार्शल आर्ट्स प्रशिक्षण लेना तथा देना करता आ रहा. आज 2013 से 2023 तक अनगिनत पदक अपने संस्था, जिला ,राज्य का नाम किया।

हाल ही ” वर्ल्ड यूनाइटेड मार्शल आर्ट्स एशियन चैंपियनशिप” त्यागराज कॉम्प्लेक्स दिल्ली में बहुत ही अच्छा 18 खिलाड़ियों का टीम तैयार किए. जिनमें ये खिलाड़ी कोई बाहर से न होकर स्थानीय बालोद जिले के ग्रामीण बच्चों जैसे कन्नेवाड़ा, लाटाबोड़, पौंडी, बालोद पाकुरभांट, सिवनी आदि जगहों के बच्चों को तैयार किए तथा जिला स्तरीय से राष्ट्रीय स्तरीय तक पदक में अपना नाम लिखवाएं तब जाके उन खिलाड़ियों का चयन एशियन मार्शल आर्ट्स प्रतियोगिता में हुआ. जहां 18 की टीम में 4 इवेंट्स खेल कर 31 पदक हासिल किए. इस बीच तायक्वोंडो, शस्त्रांग, थांग ता ,  पेंचाक सिलाट, स्वाई मार्शल आर्ट्स  जैसे खेलों को बढ़ा रहें हैं.

साथ ही वासुदेव ने राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडेट कोर जैसे विभागों से गणतंत्र दिवस परेड समारोह नई दिल्ली में 2017 और 2018 में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया था. जहां महामहिम राष्ट्रपति,  प्रधान मंत्री  तथा देश के उच्च अधिकारियों का सलामी कार्यक्रमों में शामिल हुए , वर्तमान में नेहरू युवा केंद्र संगठन भारत सरकार द्वारा ” राष्ट्रीय स्वयं सेवक” पद पर स्थापित हैं तथा ग्रामीण से राष्ट्रीय स्तर पर अपना सेवा प्रदान कर रहें तथा युवाओं को खिलाड़ियों के साथ एक साथ देश के तरक्की/ बुलंदियों में शामिल हो रहें हैं।

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