जिलाध्यक्षों की नियुक्ति दिल्ली से होना प्रदेश कांग्रेस की कमजोरी का एक और संकेत, दस जनपथ की कठपुतली बनी प्रदेश कांग्रेस संगठन : कृष्ण कांत पवार

बालोद। कांग्रेस पार्टी को जिलाध्याक्ष के नाम की सूची भी दिल्ली से जारी करना पड़ रहा है, छत्तीसगढ़ कांग्रेस अपनी आपसी खींचतान में इतनी कमजोर हो गई कि जिलाध्यक्षों के नाम को राहुल गांधी से फाईनल करवा रहे हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्ण कांत पवार ने कहा कि सत्ता आसीन कांग्रेस पार्टी चुनाव आते बहुत कमजोर नजर आ रही है। भाजपा छत्तीसगढ़ में जहां एक ओर अपने प्रत्याशी की घोषणा कर रही है। वहीं कांग्रेस अभी जिलाध्यक्षों के नाम पर खींचतान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भाजपा के संगठन में ताक झांक करते करते अपने संगठन के लिए काम करना भूल गए। नतीजा यह है कि हम प्रत्याशी की घोषणा कर रहे हैं वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष के नाम पर खींचतान कर रहे हैं।
भूपेश बघेल के ओवर कान्फीडेंस के कारण कांग्रेस का संगठन कमजोर नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि खुद काम किया नहीं वहीं कांग्रेसजन को काम करने दिया नहीं। यह दूसरी बार है जब दिल्ली से सूची आयी है। इसमें पहले उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के नाम की घोषणा कांग्रेस केन्द्रीय नेतृत्व ने की थी। जो कि मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। इससे यह साबित हुआ है कि भूपेश जी बस दस जनपथ की कठपुतली मात्र हैं।

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