बेंजुबानों की सेवा : गौ रक्षा अभियान के युवाओं ने बचाई ऊंट की जान, भूखे प्यासे 2 दिन तक फंसा था दलदल में
बालोद। बालोद के गौ रक्षा अभियान से जुड़े युवाओं ने एक बार फिर सेवा की मिसाल पेश की है। बेजुबानों की सेवा के लिए आगे रहने वाले इस टीम के युवाओं ने झलमला पाकुरभाट के पास नाले में एक दलदल में फंसे हुए ऊंट की जान बचाई जो कि 2 दिनों से फंसा हुआ था। गुरुवार की शाम को लगभग 5 घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद उक्त ऊंट को रस्सी और ट्रैक्टर के जरिए बाहर निकाला गया। फिर शुक्रवार को गस्ती टोला में ऊंट का पशु चिकित्सा विभाग से इलाज कराया गया। गौ सेवक अजय यादव ने बताया कि झलमला के शिक्षक तामेश्वर कौशल और पत्रकार दीपक यादव के जरिए मामले की जानकारी मिली।
जिसके बाद हम मौके पर पहुंचे। जहां भूखा प्यासा ऊंट नाले में फंसा हुआ था। खुद से निकल भी नहीं पा रहा था। उसे बाहर निकाला गया खाने का इंतजाम किया गया। शुक्रवार को पशु चिकित्सा विभाग से उसका इलाज करा गया। वही उसके मालिक का पता नहीं चल पाया है। आसपास पता किया गया लेकिन कहीं कोई दल नजर नहीं आया।
ऐसा लग रहा है कि यह दल से बिछड़ गया था और नाली में दलदल में फंसने के कारण निकल नहीं पाया था। गौ सेवकों द्वारा उक्त ऊंट को बचाने किए गए इस अभियान से पूरे नगर में चर्चा और तारीफ हो रही है। बता दें कि कुछ दिन पहले इन्हीं युवाओं के द्वारा परसदा में कुएं में गिरे हुए नंदी को भी निकाल कर जान बचाई गई थी।
इनका रहा योगदान
गौ सेवक अजय यादव ,नरेंद्र जोशी,मोनू आहूजा,आशीष यादव,जयेश शर्मा,गोविंदा टावरी,गौरव शुक्ला ,लक्की पटेल, तामेश्वर कौशल ,बाबुल का ऊंट रेस्क्यू में सहयोग रहा । पशु चिकित्सा विभाग से डा. टी डी देवांगन व सहयोगी गौ रक्षा अभियान समूह से गौ सेवक अजय यादव ,नरेंद्र जोशी,विवेक पाटीदार,आशीष यादव,मोनू आहूजा,गौरव शर्मा,लक्की पटेल ने शुक्रवार को इलाज कराया।