बढ़ा शिक्षा में कद: अरिहंत एकेडमी को मिली बारहवीं तक के लिए सीबीएसई बोर्ड नई दिल्ली से 5 साल के लिए मान्यता, बच्चों सहित पालकों में हर्ष
बालोद। बालोद शहर की एकमात्र सीबीएसई बोर्ड से संचालित अरिहंत एकेडमी बालोद को अब आगामी 5 वर्ष 2023 से 2028 तक के लिए सीबीएसई बोर्ड के नई दिल्ली ने मान्यता दे दी है। वर्तमान में यहां दसवीं तक कक्षा थी जो अब यहां 1 से 12 वी तक संचालित होगी। 2019 से प्रारंभ सीबीएसई बोर्ड की एकमात्र स्कूल में 3 साल तक दसवीं कक्षा तक ही अनुमति थी। अब 12 वी तक विज्ञान, कला और कामर्स तीनों संकाय में बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे। फरवरी में दिल्ली की टीम ने स्कूल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। जहां यहां की विशेषताओं और सुविधाओं को देखकर नई दिल्ली की टीम ने इसे सीबीएसई से संबधता के लिए उपयुक्त पाया। इस संबंध में जानकारी मिलते ही यहां पालकों और बच्चों में खुशी का माहौल देखने को मिला है। वहीं शिक्षा जगत के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा। ज्ञात हो कि सीबीएसई से पढ़ाई करने वाले बच्चों के लिए आगामी भविष्य में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी काफी सरल हो जाती हैं। क्योंकि एग्जाम में सीबीएसई पेटर्न सिलेबस से ही प्रश्न पूछे जाते हैं अन्य बोर्ड से पढ़े हुए बच्चों के लिए जहां प्रतियोगी परीक्षा कठिन होती है वही सीबीएसई बोर्ड के बच्चों के लिए आसान साबित होता है।
जानिए संस्था के बारे में
अरिहंत अकादमी जैन सेवा संस्थान, बालोद के तत्वावधान में परोपकारियों के एक समूह द्वारा परिकल्पित केंद्रीय बोर्ड दिशानिर्देशों पर आधारित एक नए जमाने का स्कूल है । जैन सेवा संस्थान, एक धर्मार्थ, गैर-लाभकारी ट्रस्ट, गुणवत्तापूर्ण किफायती शिक्षा के माध्यम से समाज की बेहतरी के लिए समर्पित है।
जैन सेवा संस्थान के ट्रस्टियों ने शैक्षणिक मानकों में सुधार और छात्रों के लिए अधिक अवसर पैदा करने के लिए बालोद में एक किफायती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा स्कूल की आवश्यकता महसूस की। इसी उद्देश्य से अरिहंत अकादमी की शुरूआत 2019 से की गई है।
अरिहंत अकादमी आधुनिक तकनीकों को अपनाती है जो एक बच्चे को तथ्यों का पता लगाने और नई दुनिया के दरवाजे खोलने में सक्षम बनाती है। ये सभी ग्रेडों में गतिविधि आधारित शिक्षा का पालन करते हैं जो सुनिश्चित करता है कि सीखना मज़ेदार, तनाव मुक्त और अधिक सार्थक है।साथ ही अरिहंत अकैडमी में पूर्णतया प्रशिक्षित एवं अनुभवी स्टाफ बच्चों को शिक्षा देने हेतु तत्पर रहता है।