November 21, 2024

गढ़बो नवा छ.ग. की संकल्पना गौठानों से हो रहा साकार

जागृति स्व सहायता समूह की महिलाएं मुर्गीपालन कर कमाए 1 लाख 2 हजार रुपए, बढ़ रहा आत्मविश्वास

बालोद।
गांवों में पशुपालन के साथ ही मुर्गी पालन को हमेशा से वैकल्पिक आय के साधन के तौर पर किया जाता रहा है जो कि राज्य शासन की गौठान योजना को परिपूर्ण करने में सहायक सिद्ध हो रही है।

विकासखंड गुण्डरदेही के ग्राम पंचायत बोरगहन फुण्डा की जागृति स्व सहायता समूह द्वारा गौठान में मुर्गीपालन का कार्य किया जा रहा है, जिसमें मुर्गी शेड का निर्माण गौठान अंतर्गत किया गया है। महिलाएं मुर्गीपालन एवं विक्रय कर आर्थिक रूप से सशक्त हो रही है। महिलाओं के द्वारा अब तक 5 लाख 15 हजार 9 सौ 91 रू. मुर्गी विक्रय कर शुद्ध लाभ 1 लाख 2 हजार रुपए प्राप्त किया गया है। समूह के सक्रिय सदस्य है, श्रीमती ईश्वानी भारती बताती है कि गौठानों के माध्यम से हमें गांव में ही रोजगार प्राप्त हुआ है अब हमें कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती, जिससे महिलाओं में गौठानों में चल रही गतिविधियों के प्रति रूचि के साथ आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है।

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