November 21, 2024

मेरी बढ़ती लोकप्रियता को देख मुझे भाजपा से हटाने की रची गई साजिश, अब निर्दलीय पार्षद रह कर करूंगा जनता की सेवा : मुकेश साहू

गुरूर। अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर विगत दिनों भाजपा द्वारा गुरुर के एक पार्षद मुकेश साहू को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। इस निष्कासन पर अपना पक्ष रखते हुए पार्षद मुकेश साहू ने कहा कि भाजपा मंडल गुरूर में कुछ तथाकथित नेताओं द्वारा नगरपंचायत उपाध्यक्ष के खिलाफ हुये अविश्वास प्रस्ताव मे मेरे अनुपस्थित रहने पर कांग्रेस को समर्थन करने का आरोप लगाकर मुझे भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासन करने की अनुशंसा किया गया और भाजपा जिला महामंत्री देवेन्द्र जायसवाल द्वारा अवैधानिक तरीके से आनन फानन में बिना मुझे कारण बताओं नोटिस दिये, मेरे पक्ष को बगैर सुने एक तरफा कार्यवाही किया गया है। जिसकी मै निन्दा करता हूं और विरोध करता हूं। ये सब मेरे राजनैतिक सक्रियता व नगर गुरूर में लोकप्रियता पर मेरी राजनैतिक छवि खराब करने की साजिस है ताकि एक उभरता हुआ युवा नेता आगे न बढ़े । गुरूर के नगरवासी भाजपा मंडल की असलियत को समझ चुके है, यहां भाजपा की स्थिति बहुत खराब है, समय रहते मंडल अध्यक्ष कौशल साहू को पद से हटा देना भारतीय जनता पार्टी के लिये लाभदायक होगा।

तब इन्होने कार्यवाही क्यों नही किया ?

मुकेश साहू ने कहा जब कांग्रेस के नप अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू के खिलाफ कांग्रेस पार्षदों के समर्थन में कुल 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया फिर भाजपा के 4 पार्षद चिंताराम साहू, जितेश्वरी निसाद, चंद्रलता साहू, अनुसुईया ध्रुव ने श्रीमति टिकेश्वरी के अध्यक्ष पद को बचाने में समर्थन दिया और मतदान किया और हम 3 पार्षद शोभित ओझा, कुंती सिन्हा और मैने अध्यक्ष को हटाने के पक्ष में तब उस दिन पार्टी के निर्णय के खिलाफ किसने मतदान किया या तो 04 पार्षदो ने या तो हम 03 पार्षदो ने तब कार्यवाही क्यों नही किये ? आखिर पार्टी का निर्णय क्या था ?

क्या तब अनुशासनहीनता नहीं हुआ जब अध्यक्ष टिकेश्वरी साहू ने अपने ही कांग्रेस सदस्य 03 पार्षदों को पीआईसी के सदस्यता से बाहर किया जिसके लिये श्रीमति टिकेश्वरी साहू को कांग्रेस पार्टी से नितिगत न्याय करते हुये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम द्वारा निष्कासित किया गया। किंतु भाजपा के पार्षद जितेश्वरी निसाद, चंद्रलता साहू, अनुसुईया ध्रुव ने पद के लालच में आकर पीआईसी मे शामिल होकर टिकेश्वरी साहू के साथ देने जुट गये जबकी पार्षद चिंताराम साहू के साथ इन्ही पार्षदों ने और हम सब भाजपा पार्षदों संग जिला अध्यक्ष व मंडल अध्यक्ष के आगुवाई मे टिकेश्वरी साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये थे। तब कार्यवाही क्यों नही किये ।

तब कार्यवाही क्यों नहीं किये ? जब पार्षदों के बैठक किये बिना ही उपाध्यक्ष के लिये पार्षद चिंताराम साहू द्वारा हमारे एक वर्ष पूर्व किये हस्ताक्षर वाले आवेदन को कलेक्टर को आवेदन सौपा गया मैने जिला अध्यक्ष से पूछा तब उन्होंने अपने को अनभिज्ञ बताया तब किसकी मनमानी से बिना किसी तैयारी किये ये सब हुआ और पार्टी को एक बार फिर से कांग्रेस से पटखनी मिली। जबकी अध्यक्ष चुनाव के पहले उपाध्यक्ष का अविश्वास प्रस्ताव लाना उचित नही था, तब कार्यवाही क्यों नही किये ?

कुल मिलाकर लगता है कुछ तथाकथित नेतागण, चार पांच भाजपा पार्षद, मंडल अध्यक्ष नगर पंचायत गुरूर मे कांग्रेस को लाभ पहुंचाने का सुपाड़ी ले चुके है जिसका मैंने विरोध किया तो मुझे तत्काल प्रभाव से बिना किसी नोटिस के सीधा सीधा निष्कासन आदेश जारी कर दिया जबकी मैने प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव तक अपना पक्ष रख चुका था और मुझे आश्वासन मिल चुका था, साजिश करके मुझे जिला महामंत्री द्वारा बिना लेटर पैड वाले कागज पर निष्कासन आदेश भेज दिया। अब निर्दलीय रहकर पार्षद पद से जनता की सेवा करूंगा।

You cannot copy content of this page