महिला कमांडो की अपील: गाड़ी, मोटर ला धीरे संभाल के चलाहू, घर में सब झन तुम्हर रस्ता देखत हे ,,,,,,
बालोद। आज गाड़ी, मोटरों की संख्या बहुत बढ़ चुकी है और इसे चलाने वाले भी बहुत ही स्पीड के साथ अपनी गाड़ियों को चलाते हैं। फिर चाहे वह खतरनाक मोड़ हो या ओवरटेक करने की हो या भीड़ भाड़ वाला इलाके, इनकी स्पीड कम नही होती है। जिसके कारण तेजी से दुर्घटनाएँ घट जाती है और जान माल की हानि होती है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते,” महिला कमाण्डों अपने अपने ग्रामों के एवं राहगीर वाहन चालकों से अनुरोध कर रही है और कह रही है कि” भैय्या गाडी, मोटर ला धीरे संभाल के चलाहू, घर में सब छन तुम्हर रस्ता देखत हे।” पद्म श्री शमशाद बेगम ने बतलाया कि महिला कमाण्डों अपने अपने ग्रामों में शांति प्रिय एवं गांधीवादी तरीके से अपना कार्य कर रही है। बोरी की महिला कमाण्डों भीमेश्वरी शांडिल्य ने कहा कि दुर्घटना से बचाव हेतु वाहन चालकों को संदेश देने में बहुत ही संतुष्टि महसूस हो रही है और यह कार्य हम लगातार करते रहेगें। वाहन चालक घनश्याम दास कहते है मैं अपना हेलमेट घर में भूल गया था इनका संदेश सुनकर वापस घर गया और हेलमेट पहन कर गया। महिला कमाण्डों का कार्य बहुत सराहनीय है। जल्द ही इस अभियान को बालोद जिला के साथ-साथ दुर्ग, धमतरी, कवर्धा, बेमेतरा में भी कमाण्डों द्वारा किया जाना है।