बजरंग दल ने तीन अलग-अलग मुद्दों को लेकर कलेक्टर और एसपी को सौंपा ज्ञापन, पढ़िए पूरा मामला,,,

बालोद। विनोद गिरी गोस्वामी धर्माचार्य विश्व हिंदू परिषद बालोद जिला के नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद बालोद जिला सहमंत्री सतीश विश्वकर्मा
बजरंग दल बालोद जिला संयोजक उमेश कुमार सेन एवम बालोद जिला विश्व हिंदू परिषद महेंद्र सोनवानी मोनू की उपस्थिति में मांग पत्र और ज्ञापन सौंपा गया।

ये हैं वे मुद्दे

गौवंश की सुरक्षा एवं गौ-तस्करी पर रोक लगाने हेतु कठोर नियम बनाने एवं गौवंशों की अंतिम संस्कार हेतु “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल” को भूमि आबंटित किये जाने की मांग

ज्ञापन में कहा गया कि छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में गौ-तस्करी अपने चरम सीमा पर है। गौ-तस्करी अधिकतर बालोद जिले के अंतर्गत ग्राम करहीभदर, मुजगहन, ओझागहन, कोसागोंदी, अरमरीकला, बोहारा तथा आस-पास के अन्य ग्रामों के माध्यम से सैकड़ों की संख्या में गौवंश अन्य प्रदेशों में भेजे जा रहे हैं। गौवंश को भारतीय सनातन संस्कृति में “माता” का दर्जा दिया गया है तथा गौवंशों की पूजा जाती है, अन्य दैवीय अनुष्ठानों में भी गौवंश (गाय) को देवता-स्वरुप माना गया है। गौ-तस्करी और गौ-हत्या को रोकने हेतु “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल” द्वारा पांच सूत्रीय मांग की जा रही है। जो इस तरह हैं।
(1) बालोद जिले के गौशाला और गौवंश के अंतिम संस्कार के लिए सरकार 10 एकड़ भूमि “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल, जिला बालोद (छ.ग.)” को बालोद नगर में या नगर के 05 किलोमीटर आस-पास में आबंटित करें, चूंकि सनातन संस्कृति में गौ वंश को माता का दर्जा दिया गया है और पूज्यनीय है, इसलिए उनके अंतिम संस्कार के लिए उचित व्यवस्था अनिवार्य है।

(2) गौ-तस्करी और अवैध रूप से गौवंश की खरीदी-बिक्री पर रोक के लिए सक्षम प्रशासनिक अधिकारी से लाईसेंस उपलब्ध कराई जाये, खरीदी-बिक्री के लिए प्रशासन द्वारा विशेष पर्ची जारी कराई जाये तथा उच्च स्तर के प्रशासनिक अधिकारी के निगरानी में गौवंश की खरीदी-बिक्री कराई जाये ।

(3) गौ-वंशों का परिवहन शाम 06 बजे से आगामी सुबह 06 बजे तक 12 घंटे के लिए पूर्णरूप से प्रतिबंधित किया जाये तथा अवैधानिक रूप से गौ-तस्करी एवं गौ-वंश के परिवहन को रोकने हेतु स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया जाये।

(4) बाजार में गौवंश की खरीदी-बिक्री करने वाले व्यापारियों की सूची उपलब्ध कराई जाकर संबंधित समस्त प्रशासनिक / शासकीय कार्यालयों में प्रदर्शित किया जाये। सक्षम प्रशासिक अधिकारी से प्राप्त लाईसेंसधारियों व्यापारी/व्यक्ति ही सक्षम प्रशासनिक अधिकारी के निगरानी में नियमानुसार गौवंश की खरीदी-बिक्री करें। बगैर लाईसेंसधारी व्यापारी/व्यक्ति के द्वारा गौवंश की खरीदी-बिक्री करते पाये जाने पर उनके विरुद्ध त्वरित एवं सक्त कानूनी कार्यवाही की जाये।

(5) गौवंशों को सड़कों पर अवारा छोड़ देने वाले ग्वालों एवं मालिकों के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत त्वरित कार्यवाही की जाये तथा अन्य वे सभी कार्यवाहियां सुनिश्चित कराई जाये जो गौवंश की जीवन एवं सुरक्षा एवं गौ-तस्करी को रोकने के लिए उचित व आवश्यक हो। मांग पूरी न होने अथवा मांग पूरी न किये जाने पर “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल, जिला बालोद (छ.ग.)” उग्र आंदोलन करने अग्रसर होगा।

त्वरित जांच कर गौवंशों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले गौवंश विद्रोहियों, असामाजिक एवं आपराधिक तत्व के लोगों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की मांग

गौवंश को भारतीय सनातन संस्कृति में “माता” का दर्जा दिया गया है तथा गौवंशों की पूजा की जाती है, अन्य दैवीय अनुष्ठानों में भी गौवंश (गाय) को देवता-स्वरुप माना गया है। किंतु विगत कुछ दिनों में बालोद शहर एवं आस-पास इलाके में कुछ गौवंश विद्रोही, असामाजिक एवं आपराधिक तत्व के लोग घुमन्तु गार्यो एवं बछड़ों के पीठ में खौलता हुआ तेल या अन्य जहरीली द्रव्य पदार्थ आदि डाल देते हैं, जिससे उनके पीठ व शरीर के अन्य हिस्सों में गहरा घाव बना हुआ देखा जा रहा है, जिसमें लगातार खून का रिसाव हो रहा है, कई प्रकार की बीमारी हो रही है एवं गौवंशों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है अतः “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल” प्रशासन से निवेदन करती है कि उक्त मामले की तत्काल जांच कराई जाकर गौवंशों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले गौवंश विद्रोहियों, असामाजिक एवं आपराधिक तत्व के लोगों के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये।

“रामनवमी” एवं “हनुमान जन्मोत्सव” के अवसर पर बालोद जिले में “शराब” एवं “मांसाहारी” दुकानें बंद रखे जाने का आदेश जारी करने की मांग

वर्तमान चैत्र नवरात्रि काल में हिन्दुओं का महत्वपूर्ण त्यौहार “रामनवमी” गुरुवार, 30 मार्च 2023 एवं “हनुमान जन्मोत्सव” गुरुवार, 06 अप्रेल 2023 को मनाया जाना है इसलिए “विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल, जिला बालोद (छ.ग.) ने मांग की है कि उक्त दोनों त्योहारों के अवसर पर बालोद जिले में “शराब” एवं “मांसाहारी” दुकानें बंद रखी जाये। ताकि सनातनियों एवं धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुंचे एवं धर्म व समाज का सम्मान बना रहे। इसी तरह अन्य धर्मों के विशेष त्यौहारों के अवसर में भी पूरे देश एवं राज्यों में “शराब” दुकानें बंद रखी जाती है।

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