रविवार को सातवे दिन भी धरना स्थल डौंडी पर डटे रहे कर्मचारी-अधिकारी
डौंडी| केंद्र के समान मंहगाई भत्ते और एच आर ए की मांग को लेकर सुदूर वनांचल डौंडी ब्लाक के समस्त विभाग के कर्मचारी/अधिकारी रविवार अवकाश के दिन भी बड़ी संख्या में धरना स्थल में जुटे। हड़ताल के सारथी – संयोजक वीरेंद्र देशमुख, सहसंयोजक लेखराम साहू सचिव प्रहलाद कोसमा कोषाध्यक्ष शमशेर बेग मिर्जा संचालक बसंतमणी साहू, रेखु राम साहू ने कहा सरकार अंधी बहरि होकर मौन है, हड़ताल के कारण छत्तीसगढ़ के सारे तंत्र अपना काम बंद कर दिए है, छत्तीसगढ़ में सरकारी काम काज ठप्प हो चुके है। जिससे आम नागरिक हलाकान हो रहे हैं।लेकिन सरकार को किसी की चिंता नही है खुद अपने भत्ते में बेतहाशा बढ़ोतरी कर लगातार अपनी झोली भर रही है। आज छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों-अधिकारियों को कई तरह के महँगाई भत्ते दिए जा रहे हैं पेंशनर को 22%, आईएस ऑफिसर को 31%, बिजली कर्मचारियों को केंद्र के समान 34% बाकी सभी राज्य सरकारी कर्मचारी/अधिकारियों को अगस्त 2022 से 28% दे रही है।ऐसे में सरकार अपने कर्मचारियों-अधिकारियों में भिन्नता पैदा कर रखी है। लिहाजा सरकार के इस व्यवस्था से नाराज केंद्र के समान महगाई भत्ते की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के हर कोने कोने में हड़ताल-हड़ताल की आक्रोशित अनुगूंज सुनाई दे रही है। ये हड़ताल सरकार के नाकामी को स्पस्ट प्रदर्शित करती है। सरकार अपनी संवेदनशीलता अपने अभिमान के चलते भूल चुकी है। हड़ताल के इन सात दिनों के भीतर सरकार के कोई भी अमला आज तक हड़ताल समाप्ति के लिए पहल नही की है। इससे हड़तालियो में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। और जो विभाग आज तक कभी हड़ताल नही किये न्यायलयीन विभाग हड़ताल में कूद पड़े हैं।आज तथाकथित संगठन प्रत्यक्ष रूप से हड़ताल में नही है लेकिन उनके पदाधिकारी सदस्य अपने पदों से इस्तेफे देकर हड़ताल में आने लगे हैं। आज कल छत्तीसगढ़ में महिलाएं तीजा पोरा मनाने अपने मायके जा रही है। लेकिन जहां भी महिला कर्मचारी जा रही है वहीं के धरना स्थल पर बैठ रही है जिससे मातृ शक्ति की संख्या धरनास्थल में बरकरार है। अंचल के सभी कर्मचारी/अधिकारी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हुंकार भरे- आज माधो राम सर्पा, सुरेश कोठारी, साधु राम कृसान, एम एस साहू, एस के चंद्राकर, सी एल दिल्लीवार, खुमेश्वरी चौरका, नितेश कुमार चौरका, देवकुमार टांडिया,दिनेश कुमार साहू सहित सैकड़ों कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।