आश्वासन व सर्वे से भी संतुष्ट नहीं है ग्रामीण, जब तक गांव में मंत्री नहीं आती , जारी रहेगा धरना
आसपास के गांव के लोग भी हो रहे एकजुट
बालोद। रेंगाडबरी में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा खुलवाने सहित शराबबंदी को अमल करने व मोहड़ डैम का पानी देने की मांग को लेकर जारी धरना प्रदर्शन आगे भी बरकरार रहेगा। खासतौर से जब तक महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री व स्थानीय विधायक अनिला भेड़िया उनके गांव में नही आती और भूमि पूजन नहीं करती और लिखित आश्वासन नहीं देती। मंत्री द्वारा आश्वस्त किया गया था कि हरेली के बाद गांव जाकर वहां उपस्वास्थ्य केंद्र बनवाने के लिए भूमि पूजन किया जाएगा। लेकिन अब तक मंत्री व विधायक का आगमन नहीं हुआ है। जिससे ग्रामीण खफा है ।कुछ ग्रामीणों को विधायक द्वारा मुलाकात के लिए बुलाया गया था लेकिन बात नहीं बनी। शासन प्रशासन की ओर से ग्रामीणों को कहा जा रहा है कि धरना प्रदर्शन बंद कर दो। सर्वे तो शुरू हो गया है ।लेकिन सही मायने में देखे तो ग्रामीणों को शासन प्रशासन के सर्वे पर भरोसा नहीं हो रहा है। उन्हें लग रहा है कि सर्वे के नाम पर फिर उनकी मांगों को टाल दिया जाएगा और सिर्फ फाइल बना कर रख दी जाएगी। आगे कार्रवाई नहीं होगी। शासन प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए लगातार धरना प्रदर्शन को जारी रखा जा रहा है। इतना ही नहीं धरना प्रदर्शन में आसपास के गांव के लोग भी शामिल हो रहें हैं और एकजुट हो रहे हैं और अब दिन निर्धारित कर अलग-अलग गांव के लोग रेंगा डबरी में आकर धरना देंगे। वहीं वार्ड के लोग भी अलग-अलग यहां धरने में बैठेंगे। 4 अगस्त के बाद भूख हड़ताल करने की चेतावनी भी दी गई है। ज्ञात हो कि ग्रामीणों की प्रमुख मांग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा खुलवाने को लेकर शासन प्रशासन ने प्रयास शुरू किया है। सर्वे करके 7 पंचायतों के अंतर्गत आने वाले 16 गांव के लोगों की सहमति प्रस्ताव बैंक प्रबंधक को सौंपा जा चुका है। आगे की कार्रवाई में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अधिकारी जुटे हुए हैं। पर ग्रामीण धरना प्रदर्शन बंद करने को राजी नहीं है। इसके पीछे प्रमुख कारण आश्वासन के भरोसे नहीं रहना है। ग्रामीण हकीकत में काम होता देखना चाहते हैं।
उप स्वास्थ्य केंद्र नहीं बन पाया
ग्रामीण नेमन साहू ने बताया कि गांव में करीब 1965 में उप स्वास्थ्य केंद्र खुला हुआ था जो काफी जर्जर हुआ तो भवन को तोड़ दिया गया यहां फिर अब भवन की कोई सुविधा ही नहीं है। पहले यहां प्रसव तक हो जाया करता था लेकिन अब सब सुविधा बंद हो गई है ।आसपास के जो गांव पिछड़े हुए थे वहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भले खुल गए हैं लेकिन रेंगाडबरी स्वास्थ्य के मामले में उपेक्षा का शिकार है। नया उप स्वास्थ्य केंद्र भवन बनाने की बात कही जा रही है। उसी के भूमि पूजन के लिए विधायक को आमंत्रित किया गया है। आश्वासन तो मिला है लेकिन भूमि पूजन अब तक नहीं हुआ है। शासन-प्रशासन के इसी टालमटोल और ढुलमुल रवैये को देखते हुए ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन को जारी रखने की बात कही है ग्रामीणों का धरना 11वा दिन भी जारी रहा।
रविवार को ग्राम रेगाडबरी में 7 पंचायत के लगभग 13 गांव की किसान ग्राम धरना स्थल पर पहुंच कर अपने 3 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चल रहा है उसे जारी रखने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया। सभी ने एकमत में इस निर्णय को सही ठहराया तथा तीनों मांगों पर सरकार पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हमारा तीनों मांगे हर स्थिति में जायज है जो सरकार को यह मांग पूरा करना चाहिए और आज यह मांग बच्चे से लेकर महिला बुजुर्ग में समा चुका है। भविष्य में इस मांग को लेकर सरकार को जगाना आवश्यक होगा। यदि हमारे मांगे नहीं सुनी जाएगी तो हम सब का मौका आएगा क्योंकि यह मांग हम सबकी जेहन में बस चुका है तथा धरना कब समाप्त किए जाएंगे जब विधायक अनिला भेड़िया गांव आये और सभा को संबोधन करेगी और साथ ही साथ उप स्वास्थ्य केंद्र भवन की घोषणा कर भूमि पूजन करेगी। धरना स्थल पर लगभग 13 गांव के किसान जिसमें महिला पुरुष करके लगभग 350 से 400 लोग एकजुट होकर बैठे थे। जिसमें प्रमुख रुप से हेम कुमार रावटे जनपद सदस्य डौंडीलोहारा, थान सिंह रावत, इंद्रपाल तुमरेकी ग्राम पंचायत रेगाडबरी सरपंच, रामलाल साहू अन्नू टोला, कैलाश बारले चिलमगोटा, द्वारका सलामे पूनार कसा, मोहनलाल साहू नंगू टोला, कनक लता यदु भीमा टोला, केहर राम साहू जूनापानी, तोरनलाल कृष्णे चिलम गोटा, टिकेंद्रीय बाई भूआर्य रेंगाडबरी रोहिणी बाई बेलचंदन एवं समस्त ग्रामवासी धरना में उपस्थित रहे ।