बेटियों को प्रोत्साहित करने नामकरण निमंत्रण के जरिए पहल, बेटी की ओर से जारी हुआ आमंत्रण
बालोद। ग्राम जगन्नाथपुर में बेटी है तो कल है, थीम पर यादव परिवार द्वारा 2019 से पहल की जा रही है। जो हर दिवाली बेटियों के नाम से गांव में 5-5 दीपक जलवाते हैं।अब इसी गांव के सोनलोई परिवार द्वारा भी बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए पहल की गई है। दरअसल में सोनलोई परिवार में सेवन्त व विदुषी को प्रथम पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई है। जिनके नामकरण का कार्यक्रम 12 जून रविवार को रखा गया है। आयोजन पर बेटियों को बढ़ावा देते हुए परिवार ने बेटी की ओर से आमंत्रण कार्ड छपवाया है।
बेटी को लाडली, दुलारी, घर की रौनक, जान से प्यारी, आंखों का तारा, आंखों की निंदिया, मनभावन आदि संज्ञा देते हुए बेटी बचाओ का संदेश दिया गया है। बेटी की ओर से इस कार्ड में लिखा गया है मेरा जन्म 26 दिसंबर 2021 रविवार को हुआ है। अभी मेरा नाम कुछ भी नहीं है पर मेरे दादा दादी कहते हैं कि मैं उनकी अनमोल रत्न हूं। मेरे नाना नानी कहते हैं मैं उनकी गौरव हूं। मेरे बड़े मम्मी पापा , चाचा चाची कहते हैं मैं घर की रौनक हूं। मेरे बुआ फूफा कहते हैं मैं उनकी मनभावन हूं। मेरे मामा मामी कहते हैं मैं उनकी आंखों की निंदिया हूं। मेरे मौसी कहते हैं मैं उनकी आंखों का तारा हूं। मेरी प्यारी बहने कहती है मैं जान से प्यारी हूं। और आप क्या कहेंगे,,,,,। आपके स्नेह आशीर्वाद की आकांक्षा लिए मैं इंतजार करूंगी। सोनलोई परिवार के इस लाडली के बड़े पिताजी टेकराम व बड़ी मां वेदिका की भी दो बेटियां हैं। तो वही सेवन्त व विदुषी की पहली संतान भी बेटी हुई है। परिवार में बेटियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वही इस आमंत्रण कार्ड के जरिए की गई पहल की सराहना हो रही है। ज्ञात हो कि 2019 में भी यादव परिवार में जन्मी वैष्णवी के नामकरण पर उनके माता-पिता द्वारा बेटी की ओर से ही न्यौता देते हुए लोगों को आमंत्रित किया गया था। बेटी है तो कल है का संदेश दिया गया था। इसी तरह सोनलोई परिवार के मुखिया डोमन, जनक बाई, ईश्वरी का भी मानना है कि जिस तरह परिवार में बेटे होने पर खुशियां मनाई जाती है। वही खुशियां हम अपने परिवार में बेटियों के पैदा होने पर मनाते हैं। बेटी- बेटा में फर्क दूर करना हमारा उद्देश्य है।