बालोद। इन दिनों बालोद के रेलवे रेक प्वाइंट में अव्यवस्था व लापरवाही का आलम है। यहां सफाई नाम की कोई चीज नही है। यहां हर जगह रासायनिक खाद का कचरा फैला हुआ है। जो इंसानों के लिए घातक तो है साथ ही बेजुबांनों के लिए भी। और यही वजह है कि खाद खाकर यहां गौमाता मौत के आगोश में समा रहे हैं। इसका मार्मिक नजारा यहां गुरुवार को देखने को मिला जब एक गौ माता वहां गिरे हुए खाद को खाने के बाद मौत का शिकार हो गई। हरी-भरी चारे की तलाश में गौ माता इस इलाके में भटकते रहते हैं लेकिन यह रेलवे लाइन से जुड़े लोगों की जिम्मेदारी है कि अगर वहां खाद लोड अनलोड हो रही है तो काम पूरा होने के बाद सफाई भी होनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। नतीजा इधर-उधर बिखरे हुए खाद को खा कर अब मवेशी बीमार पड़ रहे हैं। ऐसा पहले भी हो चुका है। इसके बाद भी रेलवे रैक पॉइंट प्रबंधन की नींद नहीं खुली है। जिससे गौ रक्षा से जुड़े लोगों में जमकर आक्रोश है। और इस लापरवाही को दूर करने की मांग उठने लगी है।
गौ रक्षा दल ने की सफाई और सुरक्षा घेरा की मांग
गौ माता के इस तरह खाद खाकर मौत के आगोश में जाने की घटना से व्यथित होकर बालोद शहर के गौ रक्षा से जुड़े दल के लोगों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि रेलवे लाइन के आसपास साफ सफाई होनी चाहिए नियमित सफाई हो और खाद जो भी गिरे रहते हैं उनका सही तरीके से निपटान हो ताकि किसी को कोई खतरा नहीं हो। इस इलाके को सुरक्षा घेरा लगाकर सुरक्षित किया जाना चाहिए ताकि मवेशी उस क्षेत्र में ना जाए और दोबारा किसी गौ माता को अपने प्राण ना गंवाने पड़े।
असुरक्षित तरीके से हो रहा है रेलवे रेक प्वाइंट का संचालन
रेलवे को इस रेक प्वाइंट लाखों करोड़ों की आमदनी होती है इसके बावजूद रेलवे यहां पर सुविधा के नाम पर चवन्नी खर्चा नहीं करता है। बड़ी मुश्किलों से यहां सीसी रोड का काम हो पाया है। आजतक शेड भी पूरा नहीं लग पाया है। माल लोड करने वाले मजदूरों को ही समस्या हो रही है तो जाहिर है रेलवे इस जगह का असुरक्षित ढंग से संचालन कर रही है। साफ सफाई का नामोनिशान नहीं है।
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