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सर्व छत्तीसगढ़िया समाज और क्रान्ति सेना का निर्णय-25 मई को बालोद जिला बंद

तुएगोंदी में छत्तीसगढ़िया रीति-रिवाज से चल रहे देव सेवा कार्य में पथराव और ग्रामवासियों के ऊपर हुए हमला के विरोध में रहेगा बालोद बंद

बालोद। शहर के आमापारा परमेश्वरी भवन में सर्व छत्तीसगढ़िया समाज और छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें छत्तीसगढ़िया परंपरा से हो रहे पूजा कार्यक्रम में बाहरी लोगों के द्वारा किए गए पथराव के विरोध में एक दिवसीय बालोद जिला बंद करने का आव्हान किया गया। ज्ञात हो कि 1 मई को डौंडीलोहारा क्षेत्र के तुएगोंदी में कुछ बाहरी लोगों के द्वारा ग्रामीणों पर जानलेवा हमला किया गया। ग्रामवासियों को छत्तीसगढ़िया रीति से पूजा-अर्चना करने पर जान से मारने की धमकी दी गई। जिससे आक्रोशित सर्व छत्तीसगढ़िया समाज और छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने एक दिन बालोद जिला बंद करने का आव्हान किया है। जिसमें जरूरी सुविधाएं को छोड़ कर ट्रांसपोर्ट, बस सेवा, व्यावसायिक प्रतिष्ठानें सब बंद करने का आव्हान किया गया है।

21 समाज प्रमुखों की बैठक में बनी सहमति, सभी ने कहा – हमारी संस्कृति का संरक्षण जरुरी

परमेश्वरी भवन के बैठक में राउत, कुर्मी, तेली, कोष्टा, विश्वकर्मा, मरार पटेल, सोनार, कलार, निषाद, हल्बा, कंवर, गोंड़ जैसे 21 मूल छत्तीसगढ़िया समाज के जिला स्तर के प्रमुखों की बैठक आहूत की गई। जिसमें उपस्थित पदाधिकारियों ने तुएगोंदी में हुए हमला को सर्व छत्तीसगढ़िया समाज की संस्कृति को खतरा बताया। समाज के लोगों ने बाहरी संस्कृति के छत्तीसगढ़ में तेजी से फैल रहे संक्रमण को रोकने के लिए गांव-गांव में समाज स्तर पर अपने देवी-देवता और अपने समाज के गौरव गाथा के लिए कार्यशाला लगाने की बात कही। राउत समाज के प्रमुख चंद्रहास यादव ने कहा कि समाज को गांव स्तर पर मजबूत करने की जरूरत है। समाज से भटके हुए लोगों को सही मार्ग दिखाने की जिम्मेदारी भी समाज की ही है।

जिन्हें छत्तीसगढ़िया रीति-रिवाज से दिक्कत वे राजस्थान चलें जाए – डॉ. अजय यादव

यादव समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष व छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर अजय यादव ने बैठक में कहा कि बूढ़ादेव, ठाकुरदेव, शक्ति दाई, तेलिन दाई, कलारिन दाई, भक्त माता कर्मा, शाकम्भरी माता, गुरु घासीदास की जिन्हें आराधना करने में दिक्कत हो रही हो वे राजस्थान चले जाएं। छत्तीसगढ़ में रह कर छत्तीसगढ़िया समाज के देवी देवताओं के नाम और स्वरूप बदलने वालों को अब बदला जाएगा। हमारे रीति-रिवाज और संस्कृति से छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है चाहे कोई बाबा हो या कोई और।

अभी सिर्फ बालोद बंद, प्रदेश भी बंद हो सकता है – अमित बघेल

छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेशाध्यक्ष अमित बघेल ने कहा कि अभी सिर्फ बालोद जिला बंद का निर्णय लिया गया है। आने वाले समय में पूरा प्रदेश भी बंद करने का निर्णय करना पड़े तो वह भी छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के द्वारा किया जाएगा। लेकिन हमारे पुरखा भूमियार के स्थान पर उत्तरप्रदेश और बिहार की संस्कृति को स्थापित होने नहीं देंगे। जमहि पाठ के देवता को बदल कर उनके स्थान पर दूसरे प्रदेश से कौन-कौनसे देवी-देवता को लाने का आर्डर दिया गया है। हर पहलू पर छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना का नजर है। कथित बाबा को स्थापित ही करना है तो बूढ़ादेव का मंदिर बना लें लेकिन देवता-धामी में आउट शोर्सिंग बर्दाश्त नहीं। कौन छत्तीसगढ़िया समाज का कितना शोषण कर रहा है पूरा रिकॉर्ड है। लेखा जोखा पूर्ण होते ही हिसाब किताब भी किया जाएगा। फिर हाल 25 मई को बालोद जिला बंद रहेगा। इस दौरान कार्यक्रम में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना प्रदेश महामंत्री भूषण साहू, प्रदेश आईटी सेल प्रभारी देवेन्द्र नेताम, सर्व आदिवासी समाज जिलाध्यक्ष यूआर गंगराले, संतोषी ठाकुर, सिन्हा समाज जिलाध्यक्ष डॉ. बिसंभर सिन्हा, गोंडवाना महासभा जिलाध्यक्ष प्रेमलाल कुंजाम, पटेल मरार समाज जिलाध्यक्ष यज्ञदेव पटेल, देवांगन समाज जिलाध्यक्ष केदार देवांगन, देवांगन समाज संरक्षक एमएल देवांगन, लोहारा समाज जिलाध्यक्ष कोमल विश्वकर्मा, तुकाराम कोर्राम, कंवर समाज अध्यक्ष केश कुमार कंवर, राउत समाज जिलाध्यक्ष चंद्रहास यादव, शशिभूषण चंद्राकर, चंद्रभान साहू, देवेंद्र साहू,धानेश्वर देशमुख, भगवान दास साहू, दीपक सहारे, टेकराम साहू, राजू साहू, सुभाष साहू, ललित कांवरे, कमलेश साहू, केदार साहू, दुलार देशमुख, नरेंद्र साहू, दानी साहू, प्रकाश निषाद, सूरज सेमरे नीरज ठाकुर उपस्थित थे।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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