त्याग और तपस्या की मूर्ति है माता कर्मा : क्रांति भूषण साहू

देवरीबंगला। ग्राम भरदाकला में ग्रामीण स्तरीय कर्मा जयंती समारोह मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव कांतिभूषण साहू थे। कर्मा जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज का इतिहास त्याग और तपस्या के बल पर बना है। माता कर्मा ने त्याग और तपस्या से भगवान को अपने सम्मुख पाया। इतिहास इस बात का साक्षी है कि भगवान जगन्नाथ के मंदिर में आज तक निरंतर खिचड़ी की प्रसादी का भोग लगाया जाता है। जिसे हम सभी महाप्रसाद के रूप में जानते हैं। दानवीर भामाशाह ने महाराणा प्रताप को अपनी पूंजी भेंट कर दानवीर होने का प्रमाण पेश किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भूपतसिंह साहू ने समाज की एकता पर बल दिया l


माता कर्मा की शोभा यात्रा निकाल कर नवनिर्मित कर्मा माता मंदिर में आरती पूजा की गई। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया । इस अवसर पर बिंद्रावन साहू, अध्यक्ष ग्रामीण सर्व समाज परमानंद साहू, उपाध्यक्ष रामचंद साहू, सचिव बालमुकुंद कलिहारी, पूर्व अध्यक्ष जनक साहू, पूर्व अध्यक्ष पलटीराम साहू, अघनु साहू, लीलार साहू, राकेश साहू, भूपत साहू, दीनदयाल साहू, देवकी साहू, पुनीता बाई, इंदिराबाई, मालती साहू, पोखन साहू, श्यामसुंदर साहू, दसरूराम साहू, गोपाल साहू, शिव साहू, नागेश देवांगन, सुखनंदन साहू, भुनेश्वर साहू सहित ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत मे खिचड़ी प्रसाद का वितरण किया गया।

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