हौसला अफजाई- शिक्षिका ने स्कूल में मनाई दिव्यांग बच्ची अमृता का जन्मदिन
समावेशी शिक्षा के तहत समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना हमारा दायित्व है – बीईओ देवांगन
मोहला। दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। इस बात का संदेश देने के उद्देश्य से और दिव्यांग बच्ची को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन देने के लिए मरारपारा पांडवानी की शिक्षिका रूपरेखा अपने विद्यालय के दिव्यांग बच्ची अमृता का जन्मदिन शाला परिसर में मनाया। संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के मध्य शिक्षिका ने अमृता के जन्मदिन का आयोजन किया तथा शाला के अन्य बच्चों को अमृता की मदद करने एवं उसे पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने की सीख दी।
शिक्षिका की इस पहल की बीईओ राजेंद्र देवांगन ने प्रशंसा करते हुए कहा कि समावेशी शिक्षा के तहत विद्यालय में सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग बच्चों को भी पर्याप्त अवसर और प्रोत्साहन देना हमारी जिम्मेदारी है। शिक्षिका ने जो पहल की है वह अन्य विद्यालय के लिए भी अनुकरणीय है। अमृता कक्षा 2 की छात्रा है तथा अस्थि बाधित है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामवासी तथा पंचायत के पदाधिकारी उपस्थित थे। पालक पालकों ने भी शिक्षिका के इस पहल की प्रशंसा की है मरारपारा स्कूल एक काफी समृद्धि स्कूल है जहां शिक्षिका रूपरेखा रामटेके और शिक्षक कमलेश प्रधान की मेहनत से बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है। इस शाला के परिसर में साज सज्जा देखते ही बनती है। ऐसे विद्यालय और शिक्षकों के ऐसे पहल की प्रशंसा नोडल अधिकारी व जिला मीडिया प्रभारी सतीश ब्यौहरे ने भी की।उपस्थित वरिष्ठ नागरिक ग्राम मरारपारा। अमृता के जन्मदिन के अवसर पर गंगा राम मांझी, राजू कोमरे,रघु धुर्वे, गैंदू राम, सुरेश कोमरे, पुरुषोत्तम कुमार, सनमो बाई, शामो बाई, जमुना बाई, बिम्ला बाई आदि उपस्थित रहे।