सरकार के एनजीडीआरएस पोर्टल के विरोध में उतरे दस्तावेज लेखक, उठाया अस्तित्व संकट का सवाल,,, वरना हो जाएंगे बेरोजगार
बालोद। छत्तीसगढ़ दस्तावेज लेखक संघ के आह्वान पर सभी जिला एवं तहसील स्तर के दस्तावेज लेखक संघ द्वारा महासमुंद में दस्तावेज पंजीयन हेतु एनजीडीआरएस पोर्टल ऑनलाइन पद्धति लागू किया गया है। जिसके विरोध में शनिवार को प्रदेश के सभी जिले एवं तहसीलों के दस्तावेज लेखक ने अपना काम बंद कर एक दिन का कलम बंद हड़ताल किया एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन गंगाधर वाहिले अनुविभागीय अधिकारी बालोद को दिया गया। ज्ञापन में मांग की गई है की दस्तावेज पंजीयन में एनजीडीआरएस पोर्टल पद्धति को बंद किया जाए।इस पद्धति के लागू होने से दस्तावेज लेखकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। भविष्य में दस्तावेज लेखकों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। वे बेरोजगार हो जाएंगे और उनके समक्ष आर्थिक समस्या उत्पन्न हो जाएगी। इन सब बातों को लेकर प्रदेश व्यापी कलम बंद, हड़ताल सभी जिले एवं तहसील स्तर के दस्तावेज लेखक संघ एवं स्टाम्प वेंडरों ने कलम बंद हड़ताल कर शासन के समक्ष ज्ञापन देकर अपनी मांगों को प्रस्तुत किया है। हमारी मांग यह भी है कि दस्तावेज पंजीयन हेतु वर्तमान जो ई पंजीयन सिस्टम चल रहा है। उसे यथावत चालू रखा जाए एवं एन जी डी आर एस पोर्टल सिस्टम को समाप्त किये जाने की मांग शासन से की गई है। ज्ञापन देने वालो में दस्तावेज लेखक संघ तहसील बालोद के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण दुबे ,उपाध्यक्ष –शिव कुमार गौतम ,सचिव –देवनारायण पटेल, सह -सचिव – मनोहर लाल साहू ,कोषाध्यक्ष -भूपेंद्र चंद्राकर मीडिया प्रभारी मो.जुनैद कुरैशी सदस्य गोल्डीअग्रवाल ,दिलेश्वर बेलचंदन, लोचन पटेल, संजय कुमार पटेल ,चंद्रशेखर पटेल ,देवेंद्र पटेल, सोमेश साहू ,जयंत मूरचूलिया , अजय कुमार ,कमलेश सिन्हा, अक्षय यादव एवं स्टाम्प वेंडर- रूप किशन साहू, जनक चंद्राकर ,मिथिलेश कुमार यदु, कृष्णा पटवा ,भोपेन्द्र सिंह गूँगेल अकलम कुरैशी उपस्थित थे।