निपानी में अवैध कब्जा हटाने के लिए तनावपूर्ण स्थिति, पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में देर शाम तक हुई कार्रवाई, कब्जा हटाने के साथ आग के हवाले

वीडियो देखने क्लिक करें

बालोद। बालोद ब्लाक के ग्राम निपानी में पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में पंचायत द्वारा गांव के प्रमुख चौक पर से अतिक्रमण हटाया गया ।इस दौरान संबंधित अतिक्रमणकारियों द्वारा भारी विरोध किया गया। विरोध को देखते हुए तनावपूर्ण स्थिति बनते देख पंचायत प्रशासन द्वारा पुलिस प्रशासन को खबर की गई। तहसीलदार परमेश्वर मंडावी सहित बालोद थाने से भी टीम वहां देर शाम तक तैनात रही। माहौल गरमाया रहा तो वहीं कब्जे करने वालों द्वारा विरोध किया जा रहा था कि अगर हमारा कब्जा हटाया जा रहा तो पूरे गांव में जितने लोग भी कब्जे किए हैं उन सब का कब्जा हटाया जाए।

तब हम हटाएंगे। तो इधर पंचायत प्रशासन का कहना है कि जहां पर अवैध कब्जा करके छोटे-छोटे दुकान संचालित किए जा रहे थे उससे देखा सीखी गांव में अतिक्रमण बढ़ रहा था। एक को देखकर दूसरा भी वहां दुकान खोलने लगे थे। ऐसा करते-करते 3-3 दुकान खुल गए थे। जिन्हें हटाने के लिए ग्राम स्तर पर पहले मीटिंग भी हुई, उन्हें समझाइश भी दी गई, नोटिस दिया गया इसके बाद भी वे नहीं हटे। जिसे देखते हुए पंचायत प्रशासन ने सख्ती दिखाई और पुलिस बल की मौजूदगी के साथ अतिक्रमण हटाया गया। सोशल मीडिया में एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें ठेला के सामने बने घास फूस के टपरी को तोड़ा गया फिर उसे आग के हवाले भी कर दिया गया है। हालांकि कुछ अतिक्रमण कारी इस तरह से अतिक्रमण हटाए जाने का विरोध भी कर रहे थे लेकिन शासन-प्रशासन कब्जा धारियों के खिलाफ है और सख्त मूड में हैं। एक अतिक्रमण कारी तो देर शाम तक अतिक्रमण ना हटाने की बात पर अड़ा रहा और कहता रहा कि हमारा तो कोर्ट में केस भी चल रहा है तो कैसे हटा सकते हैं। लेकिन प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी तथा उसे भी कब्जा हटाने अंतिम चेतावनी दिया गया। फिर अंततः दुकानदार द्वारा दुकान का सामान खाली किया गया और फिर देर रात तक कब्जा हटाने की कार्रवाई चलती रही। जानकारी के मुताबिक जहां कब्जा किया जा रहा था उस जगह पर आयुष्मान केंद्र सहित अन्य सार्वजनिक उपक्रम भी संचालित हैं। जो कि इन दुकानों की वजह से बाधित हो रहे थे तो वहीं शिकायत यह भी थी कि इन छोटे-छोटे दुकानदारी की आड़ में कुछ लोग असामाजिक कार्य कर रहे थे। यह ठेले असामाजिक तत्वों के अड्डे बनते जा रहे थे। आसपास शराब खोरी होने लगी थी जिससे गांव का माहौल भी खराब हो रहा था। तहसीलदार परमेश्वर मण्डावी ने बताया कि पंचायत द्वारा अतिक्रमण हटाया जा रहा था। विरोध हुआ तो हमें भी सूचना दी गई। फिर पुलिस बल के साथ यहां पहुंचे और नियम से कब्जा धारियों को हटाया जा रहा है। पहले से ही पंचायत द्वारा कब्जे करने वालों को नोटिस दिया गया था। इसके बाद भी नहीं हटाया गया तो प्रशासन ने स्वयं से कब्जा हटाया।

ये बड़ी खबर भी पढ़े क्लिक करें हेडिंग पर

You cannot copy content of this page