आदिवासी समाज का धरना जारी, उग्र आंदोलन की चेतावनी

दल्लीराजहरा

सर्व आदिवासी समाज छ.ग. के प्रांतीय आह्वान पर सर्व आदिवासी समाज तहसील दल्ली राजहरा जिला-बालोद के द्वारा अनिश्चित कालिन धरना प्रदर्शन के पांचवे दिन भी आंदोलन के माध्यम से, सिलगेर गोली कांड मे मारे गए निर्दोष आदिवासी ग्रामीण को तत्काल मुआवजा देने, बस्तर संभाग में नक्सली समस्या का समाधान, आदिवासी के नाम पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र धारियों पर उचित कार्रवाई, आदिवासी समाज की बहन बेटियों को बहला फुसलाकर गैर आदिवासी द्वारा शादी करने वालों पर कार्रवाई, व अन्य मुद्दों के साथ दल्ली राजहरा के स्थानीय मांगो लेकर सर्व आदिवासी समाज अपने आंदोलन को दिन प्रति दिन और मजबूती प्रदान की जा रही है।
इस अनिश्चित कालीन आंदोलन को तहसील प्रभारी के रूप नीरज ठाकुर जिलाध्यक्ष ,सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग जिला- बालोद के नेतृत्व में तहसील सर्व आदिवासी समाज के सामान्य प्रभाग, महिला प्रभाग, युवा प्रभाग एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ता के मौजूदगी में आंदोलन निरन्तर संचालन किया जा रहा है। जिसमें ब्लाक अध्यक्ष संतोष घराना, महिला अध्यक्ष गीता मरकाम, युवा अध्यक्ष ऋषिकेश ठाकुर के द्वारा में आंदोलन लेकर एकजुटता बनाये रखें है एवं अपने मांगों को लेकर सभी पदाधिकारी एवं सदस्य धरना स्थल में डटे हुए हैं।तहसील अध्यक्ष सन्तोष घराना ने अपने भाषण के माध्यम से कहा कि आदिवासियों के ऊपर हो रहे अत्याचार शोषण जैसे ज्वलनशील विभिन्न मुद्दा को राज्य सरकार संज्ञान ले और तुरंत कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। अगर सरकार कोई उचित कार्यवाही नहीं करती है तो आने समय में आदिवासी समाज उग्र आंदोलन के जरिए अपनी मांगों को पूरा करवाने पर जो देगा। गीता मरकाम ने कहा कि आदिवासी समाज की बहन बेटियों के ऊपर हो रहे शोषण व अत्यचार को रोकने के क्षेत्र में राज्य सरकार कड़े नियम बनाये।

नीरज ठाकुर ने दल्ली राजहरा के स्थानीय मुद्दे जैसे:-

  1. दल्ली राजहरा के 270 एकड़ जमीन जिसको भिलाई इस्पात संयंत्र के द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व विभाग को दे दिया गया है, पुनः उसे मूलतः दल्ली राजहरा के मूल मालिक को वापस किया जाए।
  2. भिलाई इस्पात संयंत्र के माइंस के द्वारा दल्ली राजहरा एवं उनके आस पास के प्रभावित क्षेत्रों में निवासरत आदिवासियों को CSR मद के द्वारा उन्हें रोजगार, व्यवसाय, शिक्षा एवं स्वास्थ्य चिकित्सा उपलब्ध करवाए।
  3. भिलाई इस्पात संयंत्र के द्वारा दल्ली राजहरा के लीज में लिए गए जमीन में बाहरी लोगों के अतिक्रमण को हटाया जाए, एवं उसे मूल रूप से मुल-मालिक को सौपा जाए।
  4. दल्ली राजहरा 5वी अनुसूचित क्षेत्र के अंतर्गत आता है इसके तहत भिलाई इस्पात संयंत्र दल्ली राजहरा के भू मालिक के मालिकाना हक को शेयर होल्डर बनाये एवं आस पास के प्रभावित क्षेत्र का संरक्षण पर ज्यादा जोर देने की बात कही।

ये रहे उपस्थित पदाधिकारी एवं सदस्य:-

कीर्ति लता उइके, झमित सहारे, संगीता नेताम, ममता मंडावी, केकती मंडावी, पुष्पा आलेंद्र, छबीला कोर्राम,छबील सलाम, पार्वती, सविता मंडावी,कुसुम ध्रुव,निर्मला कुंजाम, हेमलता कोर्राम, अनिता गंगराले, फूलबासन, माधुरी करपाल,ममता मानकर,ललिता कंवर, अनुसुइया खरे, सोनम भुआर्य, अहिल्या रावटे,निर्मला चुरेन्द्र, कुमारी बाई आर्य, विद्या रावटे, सरस्वती बाई, शारदा राना, ललिता चिराम, मिथलेश पिस्दा, रेखा ठाकुर, बुधन बाई रावटे,उषा ताराम, सुशीला ठाकुर, कुसुम आर्य,गणेशी चंद्रवंशी,अंजली सोरी,बरखा नेताम,पूजा मरकाम, नेहा मरकाम,भुनेश्वरी नेताम,मंजू नुरूटी,आरती सोरी,दीपिका नुरूटी, रूखमणी नेताम, स्वाति उइके, सोमिया कोलामे, निहारिका ताराम, तनुज सोरी, संदीप मंडावी, दिनेश गावड़े, दीपक सहारे, एकेश्वर ठाकुर,दिलीप मंडावी, देंवेंद्र उइके, रमेश सोरी,दिलीप सोरी,सोमनाथ उइके,थान सिंह मंडावी जितेंद्र कठोर,मोती उइके,डोमेन्द्र उइके, भूपेंद्र ठाकुर, सोमेंद्र नेताम,यूराज ठाकुर, कौशल ठाकुर, कृशान्त सलाम

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