दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के तहत पर्यावरण प्रेमियों की टीम ने प्रभारी मंत्री उमेश पटेल को दिया ज्ञापन
बालोद।
दैहान से लेकर तरौद तक 7.80 किमी बायपास रोड बनना तय हुआ। जिसमें लगभग 3000 पेड़ों की कटाई होना सुनिश्चित किया है। जिसको लेकर पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा दैहान तरौद जंगल बचाओ अभियान के तहत लगातार पर्यावरण के द्वारा विरोध प्रकट कर रहे हैं। कभी चिपको आंदोलन कभी रक्षा सूत्र बांधकर तो कभी भगवान के चित्र लगाकर अपना अनोखा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज बालोद जिला के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल का बालोद जिले का प्रथम आगमन हुआ। तो बालोद जिले के पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा ज्ञापन सौंपकर पेड़ों की कटाई पर रोक लगवाने की मांग किया है। भोज साहू पर्यावरण प्रेमी ने बताया कि
दैहान तरौद जंगल बचाओ आंदोलन को हम लगातार चला रहे हैं और पूरी कोशिश के साथ लगें हुए कि हमारे जंगल कटने से बचाया जा सके। आज हमारे बालोद जिले के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल का आगमन हुआ है। जिसे हम पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा मांग रखे हैं कि दैहान तरौद जंगल को न काटा जाये। शासकीय आंकलन में 3000 लगभग पेड़ काटने की बात कही जा रही है। लेकिन वास्तविकता कुछ और है। लगभग 20000 से अधिक पेड़ों की बलि विकास के नाम पर चढ़ने वाले हैं। हम विकास जरूर चाहते हैं रोकना भी नहीं चाहते हैं। लेकिन इस तरह जंगल के कटाई करके विकास हरगिज नहीं चाहते हैं। पेड़ों की कटाई होने से वन्य प्राणियों के रहवास में दिक्कत होगा। जिस मार्ग पर पेड़ कटने वाला है वह स्थान वन्य जीव जंतुओं का बसेरा है। मयुर हिरण बंदर जैसे प्राणी विचरण करते हुए हमेशा देखे जाते हैं। ऐसे स्थान को काटना उचित नहीं है। एक तरफ हम कोरोना महामारी से आज पूरा विश्व भयभीत हैं। आक्सीजन की किल्लत लाखों की जान चली गई और एक तरफ हम पर्यावरण बचाने के बजाय उसको काटने में उतारू हो रहें, इन सब बातों पर प्रभारी मंत्री के द्वारा संज्ञान में लेने की बात कही है। प्रभारी मंत्री को ज्ञापन सौंपने के लिए प्रमुख रूप से भोज साहू पर्यावरण प्रेमी , पिलेश्वर साहू, शुभम साहू, प्रशांत पवार, तारकेश्वर देशमुख, टिकेश्वर साहू,पवन साहू ,कविता गेंन्द्रे, विरेन्द्र सिंह,दुलेश्वर डडसेना, विनय गुप्ता,राज साहू,प्रदीप साहू,सुरेश बघेल,वामन साहू, सहित पर्यावरण प्रेमी उपस्थित थे।