सिर्फ दिवस ही नहीं यहां रोज सुबह एक घण्टे होती है ऑनलाइन योगा क्लास, कोरोना व कमजोरी को भी मात देकर कई लोग हुए ठीक, छग व मप्र के लोगों को निशुल्क प्रशिक्षण दे रही मधुमाला

बालोद

सुबह की शुरुआत योग से।योग से आते हैं सकारात्मक विचार। आज पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है। 1 वर्ष से मानव शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान है इस परेशानियों को दूर करने के लिए और शारीरिक और मानसिक व सकारात्मक विचार, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, ऑक्सीजन लेवल व अपने आप को रोग मुक्त कैसे रखें, क्योंकि इस संसार में धनी व्यक्ति वही है जिसकी निरोगी काया है। लोगों को स्वास्थ्य लाभ की दृष्टि से गुंडरदेही की मधुमाला कौशल (शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सिकोसा की शिक्षिका) जो नेशनल योग टीचर, जिला महिला पतंजलि अध्यक्ष, राज्यपाल पुरस्कृत व्याख्याता भी है। जोकि विगत 10 वर्षों से निशुल्क योग के द्वारा लोगों को स्वास्थ्य लाभ दे रही है अभी तक कोरोना काल में ऑनलाइन योग कक्षा 1 वर्ष से लगा रही है। जिसमें छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्यों से भी लोग जुड़ते हैं। खासतौर से महिलाएं इसमें भागीदारी निभाती है। छत्तीसगढ़ की विभिन्न महिलाएं और महिला शिक्षिका जुड़कर स्वास्थ्य लाभ ले रही है। रोज सुबह 6 से 7 बजे तक प्रतिदिन योग एवं प्राणायाम, जिसमें रोगानुसार योग कराया जाता है। वात पित्त, रूप की समन एवं प्राणायाम भस्त्रिका कपालभाति अनुलोम विलोम उज्जाई भ्रामरी उद्भिज का बारीकियों से सिखाया जाता है। जिससे विभिन्न प्रकार के रोग एवं उज्जाई का विशेष रूप से लोगों को बताया जा रहा है। क्योंकि अभी वर्तमान में कोरोना का कहर जो कि सूक्ष्म जीवाणु का प्रवेश गले के माध्यम से होता है। पर उज्जाई एक ऐसा प्राणायाम है जो कि गले के समस्त रोग को दूर करता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्राणायाम जो 8 अष्टांग योग यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा, मोक्ष, इसका पालन कर अगर योग करें तो निश्चित ही कोरोना भागेगा।

नेशनल व इंटरनेशनल पर भी ट्रेनर

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में सन 2017 में जोधपुर राजस्थान, 2018 में मुंबई, गोवा एवं 2019 में भुसावल महाराष्ट्र जाकर समस्त भारत से कोने-कोने से आए स्काउट गाइड के छात्र-छात्राओं स्काउटर गाइडर वहां के जनमानस को योग सिखा कर स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रेरित कर कर चुकी है। 2020 में उनका चयन कोरोना के कारण योग फॉर होम घर में ही रहकर ऑनलाइन योगाभ्यास करवाया गया। इस साल 2021 में भारत स्काउट गाइड नेशनल हेड क्वार्टर नई दिल्ली में ऑनलाइन छत्तीसगढ़ से उनका चयन हुआ। सातवें अंतरराष्ट्रीय योग के लिए नेशनल हेड क्वार्टर नई दिल्ली भारत स्काउट एवं गाइड से छत्तीसगढ़ से श्रीमती मधुमाला का चयन जज के रूप में हुआ और मुंबई, कोलकाता, राजस्थान, जम्मू, दादर नगर हवेली, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के छात्र छात्राओं को उन्होंने प्रोटोकॉल का प्रशिक्षण देकर स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रेरित किया। इस इंटरनेशनल योग प्रतियोगिता में उन्होंने जज की भूमिका के साथ-साथ वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण दिया। छत्तीसगढ़ से योग ट्रेनर के रूप में मधुमाला कौशल का कहना है कि योग केवल सुनने से नहीं बल्कि अपने जीवन में अनिवार्य शामिल करना चाहिए और प्रोटोकॉल का भी प्रशिक्षण समस्त छात्र छात्राओं को दिया गया।

जन सेवा भी कर रही

इन सबके अलावा योग प्राणायाम के साथ-साथ लोगों को मास्क वितरण, माइक के जरिए जागरूक करना, अभी लोगों को कोरोना टीकाकरण के लिए भी समझाइश
दे रही है।

महिला घर की आधार इसलिए उन्ही पर पहले फोकस

योग ट्रेनर श्रीमती मधुमाला का कहना है कि महिलाएं ही घर की आधार होती है। इसलिए महिला शिक्षिका जो कि अपने घर में सभी को सुरक्षित रख सकती है इसलिए उन लोगों को प्रोत्साहित कर रही है और जो शिक्षिका जुड़ती हैं वह उनके साथ कई लोगों को योग के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही। योग क्लास में गुरूर, डौंडीलोहारा, बालोद, गुंडरदेही, दुर्ग, राजनांदगांव, भिलाई, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, कांकेर के अलावा कानपुर से भी महिलाएं शिक्षिका जुड़कर स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं।

उनके योग प्रशिक्षण से यह हुए ठीक

उनके द्वारा लगातार जो योग सिखाया जा रहा है उनमें विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोग अब ठीक हो चुके हैं। ठीक हुए लोगों में प्रमुख रूप से सरोज साहू, कमला वर्मा, लिली पुष्पा एक्का, केसरीन बेग,शिला साहू, नंदा सोनी, किरण ठाकुर, वारुणी दिल्लीवार, के वाघमारे, मीना भरद्वाज, दीपा साहू, क्षमा यादव, सुषमा पांडे, सोमिन साहू, नीता बघेल, संजय बंजारे, रेडक्रॉस सचिव चंद्रशेखर पवार आदि शामिल हैं।

योग दिवस पर भी हुआ ऑनलाइन आयोजन, ठीक हुए लोगों ने बताया अनुभव

इस बार के योग दिवस पर भी ऑनलाइन योग के जरिए प्रदर्शन किया गया। जिसमें विभिन्न स्कूल के बच्चों के अलावा प्राचार्य शिक्षक गणों का आम नागरिक शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने जो कोरोना पीड़ित थे और ठीक हुए हैं उन लोगों ने अपना अनुभव भी साझा किया कि कैसे वे योग से खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा रहे हैं। कोरोना के बाद आने वाली कमजोरी को मात दे रहे हैं।
सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का ऑनलाइन आयोजन पतंजलि योग समिति व रेडक्रास के तत्वाधान में हुआ।जिसमें प्रोटोकॉल का आसन व प्राणायाम किया गया। शिथिलीकरण के लिए खड़े होकर ताड़ासन, वृक्षासन, अर्ध चक्रासन, बैठकर दंडासन, भद्रासन, वज्रासन सहित अन्य कई आसन इस दौरान किए गए। नेशनल योगा ट्रेनर महिला पतंजलि प्रभारी मधुमाला कौशल द्वारा इसे ऑनलाइन संचालित किया गया। जिसमें रेडक्रास, स्काउट गाइड, ग्रामीण, छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश के शिक्षिकाएं जुड़कर स्वास्थ्य लाभ ली। शिक्षिकाओं ने अपना अनुभव साझा किया। जो कि योग से अपने स्वास्थ्य ठीक किए हैं। कोरोना पीड़ितों में अपना अनुभव बताने वाली सरेखा की प्राचार्य मीणा भरद्वाज, राजनांदगांव से शिला साहू, बालोद से कमला वर्मा ने कहा कि कोरोना से ठीक तो हो गए थे। लेकिन कमजोरी उन्हें परेशान कर रही थी लेकिन योग से वे अपने शरीर को रिकवर कर पाए। थायराइड से पीड़ित नंद सोनी ने कहा कि बहुत परेशान थी।पर अब योग से जुड़कर स्वस्थ हूं। कई लोग कमर दर्द, बुखार से 3 से 4 माह से परेशान थे। वे योग से पूरी तरह से ठीक हो गए हैं। शरीर के गठान से संबंधित परेशानी भी योग से ठीक हुआ है। इस दौरान रेडक्रास के सचिव चंद्रशेखर पवार ने योग के महत्व को बताया ।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिकोसा के प्राचार्य एच एच मेश्राम व स्काउट गाइड सचिव चंद्रशेखर दिल्लीवार ने कहा कि योग तो निरोग की कला है।

You cannot copy content of this page