बिन नगाड़े जली होलिका, कहीं समाजिक बुराइयों के प्रतीक का भी हुआ दहन, देखिए तस्वीरें
बालोद/ रायपुर।बीती रात को 9 से 10 के बीच जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में होलिका दहन का सिलसिला चला। कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए पहली बार अधिकतर जगह बिन नगाड़े की होलिका दहन की गई।
होलिका माता की पूजा करके लोगों ने होली परंपरा का निर्वहन के लिए कुछ जगह औपचारिकता के लिए पूजा पाठ के दौरान नगाड़े भी बजाए। ग्राम जगन्नाथपुर बालोद ब्लॉक में 365 कंडे की होलिका जलाई गई।
इसी तरह बालोद के गांधी भवन परिसर में फाग मंडली की अगुवाई में होलिका दहन किया गया। इसी तरह और भी कई जगहों पर होलिका दहन का सिलसिला चला।
आज होली का त्यौहार मनाया जाएगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट है। चौकसी बढ़ा दी गई है। जगह-जगह पेट्रोलिंग टीम तैनात की गई है।
अंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों का
प्रतीकात्मक होलिका-दहन
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने बताया कि अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी विभिन्न अन्धविश्वासों, टोनही प्रताडऩा, नरबलि, डायन प्रताडऩा, छुआछूत, सामाजिक बहिष्कार ,जादू टोना आदि कुरीतियो के प्रतीकात्मक दहन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें कोरोना काल की गाइडलाइन का पालन करते हुए 5 सदस्य मास्क, पहनकर महाकोशल कला वीथिका परिसर रायपुर में आयोजित इस आयोजन में डॉ. दिनेश मिश्र, डॉ. प्रवीण शर्मा, ,ज्ञानचंद विश्वकर्मा, शंकर सोनकर अक्षांश शुक्ला उपस्थित रहे.।
कोरोना काल के इस होली में संयम और सुरक्षा का दे परिचय
DailyBalodNews लोगों से अपील करता है कि इस होली में कोरोना का साया बरकरार है। खतरा दिन ब दिन बढ़ रहा है। लापरवाही बिल्कुल ना करें। होली मनाए पर संयम और सुरक्षा भी दिखाएं। जो भी सरकार से गाइडलाइन जारी हुई है उनका पालन करें। मास्क पहने, 2 गज की दूरी अपनाए। क्योंकि जिंदगी है तो होली अच्छे से फिर कभी और मना लेंगे। अभी कोरोना से जंग जीतना जरूरी है।