EXCLUSIVE-सोना डबल करने के नाम पर ठगी करने वाली महिला ने छिपाई पहचान, पुलिस को बताई गिरौदपुरी, निकली बालोद की, जांच में हुआ नया खुलासा,सतर्क रहे ऐसे लोगों से
बालोद/ अर्जुन्दा।
कुछ दिन पहले अर्जुन्दा पुलिस ने ग्राम गोड़ेला में सोना डबल करने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक महिला को पकड़ा था। जिसे रिमांड पर जेल भी भेजा गया है। पूछताछ के दौरान उस समय महिला अपने बारे में कुछ भी नहीं बता रही थी। अपना नाम सिर्फ ललिता बाई बताती थी। बाकी कहां की है, पति का नाम क्या है इस बारे में कोई खुलासा नहीं करती थी। काफी देर पूछताछ के बाद अपना पता गिरौदपुरी बताई थी और पति का नाम सुरेश बताई थी। पुलिस उसके बताए अनुसार बयान लिखकर उसे रिमांड पर भेजी थी। लेकिन मामले में उस वक्त नया मोड़ आया जब पता चला कि वह महिला कितनी शातिर है,झूठा बयान देकर जेल भी चली गई और अपना मूल पता व नाम भी छिपा गई ताकि उनके अन्य साथी जो इस काम में उनके साथ संलिप्त रहते हैं वे ना पकड़े जाएं।
पर पुलिस के हाथों से सुराग नहीं छुप पाया। जांच में अब नई बात यह सामने आई है कि वह महिला कोई गिरौदपुरी की नहीं है, ना ही उसका नाम ललिता है। दरअसल में वह महिला बालोद शहर के पास बुढ़ापारा वार्ड की है। महिला का असली नाम धर्मिन नेताम पति कुमार नेताम है। यह महिला अलग-अलग क्षेत्र में इसी तरह भिखारी का भेष बनाकर भीख मांगने के बहाने घर जाती है और इसी तरह लोगों से ठगी करती है। मानपुर मोहला क्षेत्र में भी वह इस तरह की धोखाधड़ी करते पकड़ी गई थी फिर वहां से जैसे-तैसे भागने के बाद वह अर्जुंदा क्षेत्र के अंदरूनी गांव में घूम रही थी।
पर गोड़ेला में वह दुबारा पकड़ी गई। जिसके बाद ग्रामीणों से सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे पकड़ कर जेल भेजा था। उक्त धोखेबाज महिला एक घर में गई थी और भीख में चावल मांगने लगी। जब सादा चावल दी तो कहने लगी मुझे पिला चावल दो, भगवान को यही अर्पित करता हूं। फिर महिला को झांसे में ले ली। कहने लगी कि मैं तुम्हारे सोने के मंगलसूत्र को डबल करके दूंगा। फिर उसने कपड़े में मंगलसूत्र बांधा व गठरी बनाकर महिला को दिए। कहा कि मैं यहां से चली जाऊंगी तब इसे खोल कर देखना। अभी मत देखना। जब महिला के चले जाने के बाद उक्त महिला ने गठरी खोलकर देखा तो मंगलसूत्र गायब था। तत्काल महिला ने शोर मचाया और ग्रामीणों के जरिए उसे गांव के बाहर कुछ दूर ही पकड़ लिया। धोखेबाज महिला की करतूत का खुलासा हुआ पर पूछताछ में ज्यादा कुछ जानकारी ही नहीं देती थी।
महिला होने के कारण पुलिस भी ज्यादा पूछताछ के लिए उस पर दबाव ही नहीं बना पा रही थी। पूछताछ में महिला अपना नाम ललिता बाई पति सुरेश सतनामी उम्र 53 वर्ष ग्राम गिरौदपुरी थाना गिरौदपुरी जिला बलौदा बाजार बताई थी। पुलिस उस वक्त तक उसके बयान के आधार पर पहचान को सही मानकर धारा 420 के तहत केस दर्ज कर उसे रिमांड पर जेल भेज दी है। पर बाद में बात सामने आई कि वह कोई गिरौदपुरी की नहीं बल्कि बालोद शहर के पार रास बुढ़ापारा वार्ड की है।जिसकी बालोद में भी कई शिकायतें हैं।
DailyBalodNews की खबर से पुलिस तक पहुंची महिला के असली पहचान की जानकारी
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बता दें कि जब उक्त घटना सामने आई और अर्जुंदा पुलिस ने महिला को पकड़ा तो हमने DailyBalodNews वेब मीडिया में ब्रेकिंग न्यूज़ प्रसारित की। जब यह खबर वायरल हुई तो बालोद के ही एक व्यक्ति ने अर्जुंदा पुलिस व हमें फोन करके बताया कि इस महिला को तो मैं पहचानता हूं। यह तो बालोद की है। जिसके बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया। हालांकि जब तक महिला की असली पहचान सामने आई उसे पुलिस ने दुर्ग जेल दाखिल कर दिया था। पुलिस महिला का पूरा बैकग्राउंड खंगाल रही है। यह भी जानने की कोशिश हो रही है कि उसके साथ साथ और कौन-कौन मिले हुए हैं।आधार कार्ड डाटा सहित अन्य जानकारी जुटा ली गई है। घटना के दौरान महिला अपने पास कोई पहचान पत्र भी नहीं रखी थी। ताकि वह अपनी असली पहचान छुपा सके। पर बाद में पुलिस ने दूसरे तरीके से तकनीकी जरियो से महिला का असली नाम सामने आने के बाद आधार कार्ड का डाटा निकाल लिया है।
पुलिस ने की ऐसे लोगों से बचने के लिए अपील
पुलिस द्वारा ऐसे धोखेबाज व ठगी करने वाले लोगों से बच कर रहने की अपील भी की है। खासतौर से फेरीवाले व घर घर आकर भीख मांग कर किसी तरह के जादू दिखाने या धार्मिकता के नाम पर झांसे में लेने वाले लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो।