दाउगिरी की बात पर शिक्षक व छात्र के बीच मारपीट, दोनों पक्ष से चार के खिलाफ केस दर्ज
बालोद/गुंडरदेही – इलाके के रनचिरई थाना क्षेत्र के ग्राम अचौद में दो पक्षों में मारपीट का किस्सा सामने आया है जिसमें एक शिक्षक व 12 वी के छात्र के बीच दाउगिरी की बात पर मारपीट हुआ दोनों पक्ष से पुलिस ने रिपोर्ट पर चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है एक पक्ष से शिकायतकर्ता अमृत लाल चंद्राकर निवासी ग्राम अचौद का कहना है शासकीय प्राथमिक शाला पेण्ड्री में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हूं।8 फरवरी के रात्रि लगभग 07.30 बजे मैं घर से खाना खाकर बाहर सड़क पर निकला तो ग्राम अचौद कलामंच के पास शशांक चंद्राकर और प्रशांत चंद्राकर हम लोग गांव का दाउ हैं। हमारा कौन क्या कर लेगा, बोलकर चिल्ला रहा था। जिसे मैं क्या हो गया है? बोला, तो शशांक चंद्राकर मुझे अपने भाई गोरेलाल चंद्राकर से पूछो बोला और मुझे आम जगह पर शशांक चंद्राकर एवं प्रशांत चंद्राकर द्वारा अश्लील गालियां देकर जान से मारने की धमकी देकर हाथ मुक्का से मारपीट किये, जिससे मेरे बाएं हाथ के कोहनी, दाहिने हाथ के कलाई, दाहिने पैर के घुटना के नीचे चोट लगी है घटना के दौरान मेरा भाई गोरेलाल चंद्राकर, उत्तम कुमार ढीमर बीच बचाव किये। वहीं दुसरे पक्ष से शिकायतकर्ता
शशांक चंद्राकर निवासी अचौद का कहना है एलेन्स पब्लिक स्कूल बेमेतरा में कक्षा 12 वीं में पढता हूं। मैं अपने गांव अचौद का मण्डाई घुमने आया था। रात्रि लगभग 07:30 बजे मैं मण्डाई घुमकर पैदल करण यादव और प्रशांत चंद्राकर के साथ घर आ रहा था। तो किसुन लाल चंद्राकर के पान ठेला के पास गोरे लाल चंद्राकर (भृत्य) खड़ा था, जो मुझे देखकर जो गलत करता है वह मार खाता है, बोला। तब मैं क्या गलत किया हूं, बोलकर अपने घर तरफ जा रहा था, तो कलामंच के सामने गोरे लाल चंद्राकर का बडा भाई अमृत चंद्राकर (शिक्षक) मिले। जो तुम लोग गांव का दाउ हो, इसलिए मैं चिढता हूं। इसलिए मार खायेगा, बोले और मेरे भाई से बहस करने वाले कौन होते हो,
कहते गाली देते दोनों भाई हाथ मुक्का से मुझे मारे। जिसे देखकर मेरे बडे पिताजी के लडका भाई प्रशांत चंद्राकर छुडाने लगा, तो उसे भी गोरे लाल चंद्राकर द्वारा गालियां देकर बाल पकडकर हाथ मुक्का से मारपीट किये। जिससे मेरे दोनों गाल में चोट लगी, तथा नाक से खुन निकला है। शांत चंद्राकर के सिर एवं बाएं पैर के घुटना के पास चोट लगा है। मेरे पिताजी घर पर नहीं होने के कारण घटना की जानकारी अपनी मां पूर्णिमा चंद्राकर को बताकर रात में उनके साथ थाना रिपोर्ट करने आया।