किल्लेकोडा में धूमधाम से मना गणतंत्र पर्व

बालोद। वनांचल क्षेत्र में स्थित ग्राम किल्लेकोडा में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय तथा शासकीय प्राथमिक शाला किल्लेकोडा व आंगनवाड़ी के संयुक्त तत्वाधान में 76वां गणतंत्र दिवस का आयोजन धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में ध्वजा रोहण संस्था प्रमुख के करने के छात्र-छात्राओं की टोली बैंड बाजा की धुन व देशभक्ति गीत के साथ पंचायत भवन पहुंची, सरपंच द्वारा पंचायत भवन का ध्वजारोहण किया गया। उसके बाद स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर श्रीमती दुर्गा यादव व साहू मैडम के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। छात्र-छात्राओं की रैली चौपाल चौक पहुंची । वहां पर नेतराम द्वारा ध्वजारोहण का कार्य संपन्न किया, महात्मा गांधी चौक पहुंचने पर श्रीमती गांवरे मैडम, रामेश्वरी देवी पंच के द्वारा महात्मा गांधी की प्रतिमा में माल्यार्पण कर ध्वजारोहण किया गया। आगे के. आर. पिस्दा (पूर्व कलेक्टर) के घर पहुंचने पर पिस्दा सर द्वारा ध्वजारोहण किया गया। उसके बाद छात्र-छात्राओं की टोली पुनः माध्यमिक शाला पहुंचने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में तब्दील हो गई ।उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती ललिता गांवरे( सरपंच )थी। अध्यक्षता निर्भय भंडारी (शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष )शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय थे। विशेष अतिथि के रूप में वीरेंद्र कुल्हार्य( सदस्य), गैंद लाल ताराम, श्रीमती गुलाब बाई शर्मा, उत्तरा बाई ,वाय.एस.मरकाम (वरिष्ठ व्याख्याता) एन.आर.शिवना( प्रधान पाठक माध्यमिक शाला),श्रीमती अनीता मेश्राम (प्रधान पाठक प्राथमिक शाला), मन्नू लाल विश्वकर्मा ,अधन सिन्हा आदि थे ।कार्यक्रम का सफल संचालन व संपादन राज्यपाल पुरुस्कृत डॉक्टर बी. एल. साहसी (व्याख्याता) ने किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए कुल्हार्य सर ने कहा कि- 76वां गणतंत्र दिवस के अवसर पर आप सबको गाड़ा गाड़ा बधाई ,आज हम स्वतंत्र इसलिए हैं ,क्योंकि- हमारे देशभक्त साथियों ने अपनी प्राणों की आहुति देकर देश को स्वतंत्र कराया। इस दौरान शिवना सर ने कहा कि- हमारे बलिदानी महापुरुषों को मेरा नमन, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश के प्रति समर्पित कर दिया। उसके बाद मरकाम सर ने कहा कि -गणतंत्र दिवस की इस बेला में आप सबको ढेर सारी बधाई देता हूं ,साथ ही आशा करता हूं कि आप लोग हमारे महापुरुषों की अच्छाइयों को अपनाते हुए आगे कदम बढ़ाएंगे जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दिए हैं।मुख्य अतिथि के आसंदी पर बोलते हुए गांवरे मैडम ने कहा कि- हमारे वीर शहीदों को बारंबार प्रणाम करती हूं, जिन्होंने देश को आजाद कराने में अपना योगदान दिया। जिनके कारण आज हम स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे हैं। इस दौरान छात्र-छात्राओं के द्वारा बहुत सारे गीत, भाषण ,सांस्कृतिक नित्य प्रस्तुत किए गए जिनमें मुख्य आकर्षण का केंद्र -झांसी की रानी सामूहिक नित्य, बस्तरिया मोर संगवारी ,तीतली तीतली बन के मैं उड़ जाऊं, गणेश वंदना ,बारहमासी गीत, भंवरा के गुनगुन, लूंगी डांस ,व तोर माया के पीड़ित के धुन में रहा। उक्त कार्यक्रम में भाग लेने वाले हमारे छात्र छात्राएं थे जिनमें प्रमुख कुमारी भूमिका, प्रवीणा, काजल, दिव्या ,मोनिका ,स्वाती, निधि ,खिमांशु, कशिश, हिना ,हेमा, दुर्गेश देवदास, जीविका ,देवकी, तुलसी, यशस्वी ,चंद्रमुखी ,मिनाक्षी ,भाग्यश्री, प्रिया, प्राची, भारती, वनिता, सुलोचना ,जैता एवं साथी आदि थे। अंत में आभार प्रदर्शन श्रीमती अनीता मेश्राम (प्राथमिक प्रधान पाठक) ने किया। तत्पश्चात प्रसार वितरण के साथ सभा समापन की घोषणा हुई।

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