November 22, 2024

मूल्यों के बिना मनुष्य की कोई कीमत नहीं, हम अपने जीवन में सिद्धांतों को त्याग दें तो जीवन का कोई अर्थ नहीं रह जाता…..

बालोद। राजयोग से लोगों में कार्य की क्षमता, कार्य कुशलता और दक्षता बढ़ती है। नियमित राजयोग मन को शांति प्रदान करता है। लोगों के मन में आत्मविश्वास जगाता है, आत्मज्ञान कराता है। इसके अलावा शक्ति की अनुभूति भी कराता है।राजयोग जीवन में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। यह बातें माउंट आबू से आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद पहुंचे राजयोगी ब्रह्म कुमार आत्म प्रकाश भाई ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बालोद द्वारा आयोजित संस्कार परिवर्तन से संसार परिवर्तन कार्यक्रम में पहुंचे प्रजापिता ब्रह्म
कुमारी मुख्यालय माउंट आबू के राजयोगी ब्रह्मकुमार आत्म प्रकाश भाई ने शनिवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान राजयोग के बारे में अनेक जानकारियां दी। उन्होंने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा विश्व शांति के लिए चलाए जा रहे प्रयासों को बताया। उन्होंने कहा कि राजयोग को राजयोग इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह सभी योगों का राजा है। यह मन से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यह आत्मा से भी जुड़ा है जो आत्मज्ञान करता है। उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान समय में दुनिया समस्याओं से जूझ रही है। सुख सुविधा के लिए, भौतिक साधन जुटाने के लिए लोग घोड़े की तरह दौड़ रहे हैं। साधन तो उन्हें मिल जाता है सुविधा तो उन्हें मिल जाती है, लेकिन इसी के साथ खुशी भी घट जाती है। ब्रह्मकुमार आत्म प्रकाश भाई ने आगे बताया कि मूल्यों के बिना मनुष्य की कोई कीमत नहीं है। हम अपने जीवन में सिद्धांतों को त्याग दें तो जीवन का कोई अर्थ नहीं रह जाता। राजयोग इन्हीं सब बातों को सिखाता है। राजयोग इन्हीं सब बातों का ज्ञान करता है, आपको भगवान से साक्षात्कार कराता है जिसके माध्यम से हमें आत्मविश्वास, आत्मज्ञान और शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि हम अपने मन को शांत रखेंगे तो हमारा तन भी शांत रहेगा, स्वस्थ रहेगा। इसीलिए जीवन में अच्छा कार्य करना है तो हमें मन और तन स्वस्थ रखना होगा। जीवन में हम ऐसा काम करें कि लोग लंबे समय तक याद रखें।

मुस्कान के बिना मुख खिलता नहीं, सतज्ञान के बिना सत्य मिलता नहीं

पत्रकारों से चर्चा में राजयोगी ब्रह्मकुमार आत्म प्रकाश भाई ने ज्ञान की बातें बताते हुए कहा कि जिस प्रकार से बिना मुस्कान के मुख की सुंदरता नहीं खिलती है। उसी प्रकार से बिना सतज्ञान के सत्य मिलता नहीं है। आगे कहा कि राजयोग चिंता, भय और बोझ तीनों से मुक्ति कराता है, क्योंकि राजयोग से एक ऐसी शक्ति मिलती है जो सीधे परमात्मा से जुड़ती है। हमें हर रोज एक घंटा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में चलाए जा रहे राजयोग में शामिल होना चाहिए।

जानिए कौन हैं ब्रम्हकुमार आत्म प्रकाश भाई

1976 में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी संस्थान से जुड़े राजयोगी ब्रह्मकुमार आत्मप्रकाश भाई 95 देशों में संस्था के ज्ञान को फैला चुके हैं। वे पिछले 50 सालों से संस्था में विभिन्न व दायित्वो का निर्वहन कर रहे हैं। संस्था के मुख्यालय माउंटआबू में टोली विभाग के प्रभारी भी हैं। दातापन की भावना रखने वाले ब्रह्मकुमार आत्म प्रकाश भाई नागपुर विश्वविद्यालय से एमएससी गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं। पूरी दुनिया में घूम-घूम कर वे राजयोग की जानकारी देते हैं।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आमा पारा बालोद की मुख्य संचालिका बीके विजयलक्ष्मी दीदी, दुर्ग संस्था से आयी बीके रूपाली बहन भी उपस्थित रहे।

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