राज्यपाल पुरुस्कृत प्रधान पाठक दयालूराम पिकेश्वर ने दिलाई शपथ बच्चों को “प्रकृति की रक्षा,हमारी जिम्मेदारी “
बालोद। डौण्डी लोहारा विकास खण्ड के आदिवासी वनांचल ग्राम मड़ियाकट्टा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में वन्य जीव संरक्षण सप्ताह आयोजन कर एक पेड़ माँ नाम वृक्ष रोपण पर्यावरण संरक्षण दिया।इस अवसर राज्यपाल पुरुस्कृत प्रधान पाठक दयालूराम पिकेश्वर ने बच्चों बताए कि एक पेड़ माँ के नाम एक प्रयास है जो हमारी मातृभूमि प्रकृति के प्रति हमारे सम्मान और समर्पण को दर्शाता है।
इस अभियान के उद्देश्य
माँ के सम्मान में हरियाली इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य है माँ के सम्मान में पेड़ लगाना और उसकी याद में हरियाली का विस्तार करना इसमें न केवल पर्यावरण का लाभ होता बल्कि माँ के प्रति हमारी भावनाओ का भी सजीव प्रमाण मिलता है।
पर्यावरण संरक्षण
पेड़ लगाना पर्यावरण संरक्षण का एक महत्वपूर्ण उपाय है।इससे जलवायु संतुलन, प्रदूषण नियंत्रण और जैव विविधता के संरक्षण में मदद मिलती है।
सामाजिक जागरूकता
इस अभियान के माध्यम से समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। लोग पेड़ लगाने के महत्व को समझे और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।
पारिवारिक सहभागिता
एक पेड़ माँ के नाम अभियान परिवारों को एक साथ लाने का प्रयास करता है।इस अभियान में भाग लेकर परिवार के सदस्य एक साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दे सकता है।
क्या होगा फायदा
पेड़ वन्य जीवों के लिए आवास प्रदान करते है।और उनकी प्रजातियों के संरक्षण में मदद करते है।हरित क्षेत्र मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते है।यह तनाव को कम करने और स्वच्छ वायु प्रदान करने में सहायक होते है।
एक पेड़ माँ के नाम अभियान समाज में एक सकारात्मक संदेश फैलाता है।यह अभियान लोगों को अपने प्रियजनों के प्रति सम्मान प्रगट करने का एक अनूठा तरीका प्रदान करता है।
कैसे बने इस अभियान का हिस्सा
अपने घर गार्डन पार्क या किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर पेड़ लगाए ।पेड़ को माँ का नाम दे।
पेड़ लगाने के बाद उसकी नियमित देखभाल करे ताकि वह स्वस्थ और सुरक्षित बढ़ सके।पेड़ की देखभाल में समय बिताना माँ के प्रति समर्पण का एक तरीका है।
अपने दोस्तों परिवार और समुदाय को इस अभियान में शामिल होने लिए प्रेरित करें।सामुहिक प्रयास से हम ज्यादा सै ज्यादा पेड़ लगा सकते है।और पर्यावरण को संरक्षित करते है।