राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक डॉ साहसी का हुआ लोहारा में भी सम्मान
बालोद। वनांचल क्षेत्र में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लेकोडा में पदस्थ डॉक्टर बी .एल. साहसी (व्याख्याता) जिसे 5 सितंबर 2024 को राजभवन रायपुर के राज दरबार में राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, एवं शिक्षा सचिव की उपस्थिति में सम्मानित किया गया और उसके पश्चात डौंडी लोहारा नगर आगमन के बाद डॉक्टर साहसी और उसकी पत्नी ममता साहसी को उनके परिवार एवं ईष्ट मित्रों के द्वारा सम्मान किया गया ।डॉक्टर साहसी और उनकी पत्नी ने सम्मान यात्रा के पहले सर्वप्रथम मां काली की पूजा अर्चना की, तत्पश्चात स्वजातिय बंधुओं एवं मित्रगण ने उन्हें बाजा गाजा फटाका के साथ नगर भ्रमण करते हुए शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डौंडी लोहारा पहुंचा ,जहां पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। ज्ञात होकि डॉक्टर साहसी शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं, और उन्होंने एम.फिल. इतिहास में मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त किया ,और 2005 में आपने डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की, तथा 31 अक्टूबर 2023 को छत्तीसगढ़ शिक्षा रत्न से आप सम्मानित हुए। इस अवसर पर संबोधित करते हुए बूटू राम पुणे ने कहा कि- डॉक्टर साहसी को मैं लगभग 20 वर्षों से जानता हूं कि- वह बहुत प्रतिभाशाली है तथा बीच-बीच में ,मैं उन्हें कहा करता था कि आपको राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए प्रयास करना चाहिए ।आज यह दिन आया हैकि उन्हें राज्यपाल पुरस्कार से नवाजा गया है, मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। मूलचंद शर्मा जी( प्रांतीय अध्यक्ष वन मंडल) ने कहा कि- इस प्रकार के पुरस्कार के लिए- कड़ी मेहनत व लगन चाहिए तभी सफलता मिल सकती है इस बात को मैं इसलिए जानता हूं क्योंकि मैं इस प्रकार की स्थिति से गुजर चुका हूं ।आपको मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं। राजेंद्र देवांगन (व्याख्याता) ने कहा कि- डॉक्टर बी .एल. प्रतिभा के धनी हैं और वह इस प्रकार के पुरस्कार के लिए एक योग्य शिक्षक है,जिन का चयन राज्यपाल पुरस्कार के लिए हुआ। उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं ,एन. आर. शिवना प्रधान पाठक (पूर्व माध्यमिक शाला किल्लेकोडा ने कहा कि- डॉक्टर साहसी को मैं 2014 से केल्लेकोडा आगमन के साथ ही जान रहा हूं कि इस प्रकार के पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए बहुत कठिन परिश्रम और त्याग की जरूरत होती है ,उनमें यह सभी गुण मौजूद है जो आज रंग लाया।दीपक कुमार सिन्हा कलार समाज के प्रांतीय संरक्षक ने कहा कि- डॉक्टर साहसी को राज्यपाल पुरस्कार मिला।जोकि- हमारे समाज के लिए गौरव का विषय है, जो आने वाले पीढ़ी के लिए एक पथ प्रदर्शक का कार्य करेंगे, उनके पिता श्री टी.एस .साहसी एक विद्वान व्यक्ति थे, जिसने अपने बच्चों को एक अच्छा संस्कार दिया ।आज वे बड़े-बड़े पद पर पदस्थ हैं -जिनमें डॉक्टर वासुदेव साहसी( प्राध्यापक छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर), राजेश कुमार साहसी (आयकर अधिकारी रायपुर )डॉक्टर बी .एल .साहसी (व्याख्याता) ,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लेकोडा, श्रीमती पुष्पा काटेंद्र व्याख्याता (शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डौंडी लोहारा) श्रीमती किरण साहसी (वेटरनरी सर्जन) श्रीमती नंद किशोरी सिन्हा रजोली तत्पश्चात राजाराम ताराम (जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 20 )ने कहा कि- डॉक्टर साहसी एक योग्य व्यक्ति हैं जिन्होंने किल्लेकोडा का नाम पूरे छत्तीसगढ़ में रोशन किया और 2014 से किल्लेकोडा में जब से कदम रखा उसी दिन से किल्लेकोडा को हाईलाइट करने का शुभारंभ किया और आज चारों ओर किल्लेकोडा जो की डौंडी लोहारा ब्लॉक के अंतिम छोर में बसा हुआ है, एक ग्राम जहां शिल्पी कलाओं का भंडार है ,मैं आपको दिल से नमन करता हूं। आप निरंतर आगे बढ़ते रहें, और आगे आप राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करें। पूर्व कलेक्टर के.आर.पिस्दा ने कहा कि- इस प्रकार की पुरस्कार प्राप्त करने के लिए एकाग्रता,लगन की जरूरत होती है, यह सब गुण डॉक्टर में कूट-कूट कर भरे हैं, जिनके कारण उन्हें सफलता मिली। इस अवसर पर बहुत सारे गणमान्यगण उपस्थित थे जिनमें-श्रीमती माया जयेश ठाकुर( पार्षद), बलराम गुप्ता (विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष), रंजना ठाकुर ,आरती संचेती, धर्मेंद्र निषाद ,नरेंद्र यादव, प्रेम भंसाली, मदन ठाकुर, चंद्रिका प्रसाद सिन्हा, होमलाल साहसी, डॉक्टर वासुदेव साहसी( प्राध्यापक छत्तीसगढ़ कॉलेज रायपुर) राजेश साहसी (आयकर अधिकारी रायपुर),जशराज शर्मा (भाजपा कार्यकर्ता), श्रीमती पुष्पा कटेंद्र, संदीप साहसी ,लोकेश साहसी, अधन सिन्हा , आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर तीनों भाई, बहुरानी एवं बहनें अपने माता श्रीमती रंभा देवी साहसी का सम्मान श्रीफल भेंट कर व तिलक लगाकर किया । उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन विजय पटेल (शिक्षक )धनगांव ने किया ।बीच-बीच में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय किल्लेकोडा के छात्र- छात्राओं द्वारा मनमोहक नित्य प्रस्तुत किये ,जिनमें झारा झारा नेवता , लाली गुलाबी कुर्ता, डंडा नाच आदि ने सबका मन मोह लिया। दूसरे दिन ग्राम किल्लेकोडा आगमन पर अजय मुखर्जी( प्राचार्य), श्रीमती ललिता गांवरे (सरपंच
) ,दीपक भुआर्य (उप सरपंच) एवं समस्त पंचगण, के.आर.पिस्दा (पूर्व कलेक्टर )निर्भय भंडारी ( शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष शासकीय हायर से. विद्यालय किल्लेकोडा), इंद्रजीत सिन्हा ,अधन सिन्हा, अशोक सिन्हा, रुक्मिणी सिन्हा (पंच ),एन. आर.शिवाना (प्र.पा.माध्यमिक शाला किल्लेकोडा), श्रीमती अनीता मेश्राम (प्राथमिक शाला प्रधान पाठक) नितिन देशमुख (संकुल समन्वय ),खिलावन उर्वशासर,सी.जी.पटेल (व्याख्याता) ,घनश्याम पटेल( व्याख्याता) त्रिजला ठाकुर मैडम, प्रवीण मानिकपुरी सर, कुल्हार्य सर ,ललित देवहारी, श्रवण यादव, खगेश ठाकुर, कुशल देवदास आदि ने- डॉक्टर साहसी किल्लेकोडा आगमन पर स्वागत किया, तथा बैंड बाजा के धुन में गली भ्रमण के साथ विद्यालय पहुंचे, विद्यालय पहुंचने पर वाय.एस. मरकाम( वरिष्ठ व्याख्याता )के निर्देशन में छात्र-छात्राओं ने आरती उतार कर भारतीय परंपराओं के अनुसार डॉक्टर साहसी का स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ व्याख्याता मरकाम सर ने श्रीफल, साल एवं डायरी प्रदान कर सम्मान किया। तत्पश्चात कार्यक्रम समापन की घोषणा हुई।