बालोद। देश के मणिपुर में बेटियों के साथ अत्याचार के विरोध में बालोद जिले की जागरूक बेटियां विरोध प्रदर्शन करेंगे। मौन धरना देकर रैली निकाली जाएगी। इस संबंध में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम भी दे दिया गया है। 24 जुलाई को बालोद के बस स्टैंड में इनका धरना प्रदर्शन होगा। इन बेटियों का नेतृत्व कर रही गुजरा की नीलिमा श्याम ने बताया कि मणिपुर में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के खिलाफ बालोद की बेटियो और महिलाओं द्वारा मौन प्रदर्शन किया जाएगा। मणिपुर में महिलाओं के साथ बलात्कार और सड़कों पर निर्वस्त्र उनको घुमाने के खिलाफ, भारत की महिलाओं के मान सम्मान को ठेस पहुंचा है, नारी शक्ति सम्मान के लिए बालोद जिले की तमाम नारी शक्ति उन बेटियों के इंसाफ के लिए 1 दिन के लिए मौन प्रदर्शन करेगी, जो बस स्टेशन से भारत माता के चरण कमलों को प्रणाम करके वहां से दूध गंगा के पास छत्तीसगढ़ महतारी को प्रणाम करके बस स्टेशन में मौन धारण प्रदर्शन महिलाओं द्वारा किया जाना है। सोमवार समय 11 बजे से 4 बजे तक ये प्रदर्शन होगा। इसलिए नारी सुरक्षा के लिए महिला पुलिस बल को तैनात करने की मांग भी की गई है। पुलिस अधीक्षक से निवेदन किया गया है कि हमें महिला पुलिस बल की सुरक्षा दिया जाए ताकि हम शांति रूप से यह प्रदर्शन को कर सकें और
सभी सुरक्षित रह सकें।
बालोद जिले की महिलाएं और बेटियां करेगी बेटियों के सम्मान के लिए रैली प्रदर्शन
मणिपुर में कुकी जनजाति के तीन महिलाओं के साथ पुरुषों द्वारा निर्वस्त्र सड़कों पर घुमाया गया हैं। यह भारत देश की बेटियों का अपमान है इस अपमान को बेटियां कदापि नहीं सहेगी इसको देखे हुए बालोद बस स्टेशन के ये प्रदर्शन किया जाना हैं। नीलिमा ने समस्त समाज की बेटियां और महिलाओं को अपने आत्मसम्मान के इंसाफ के लिए इस रैली धरना प्रदर्शन में शामिल होने अपील की है। प्रदर्शन की सूचना देने नीलिमा श्याम, उमा त्रिवेदी ( गुजरा) दामिनी देवांगन ( खलारी), पल्लवी मंडावी, वंदना ( धुर्वाटोला) , चुनिक साहू, भुनेश्वरी मंडावी ( कांडे), केशरी पटेल, ईशा ठाकुर ( बालोद) आदि कलेक्ट्रेट पहुंची थी।