मंगलवार को संविदा कर्मचारियों हड़ताल पंडाल पर किए हनुमान चालीसा पाठ और हवन
बालोद। आंदोलन के दूसरे दिन कर्मचारियों द्वारा हनुमान चालीसा पाठ एवं हवन किया ।
प्रथम चरण में आंदोलन जिला स्तर पर 03 जुलाई से 07 जुलाई तक किया जाएगा। तत्त पश्चात राज्य स्तर पर अनिश्चित कालीन आंदोलन किया जाएगा।
संविदा कर्मचारियों द्वारा हनुमान चालीसा पाठ एवं हवन किया गया ,ताकी भगवान सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करे एवम सरकार अपने किये गए वादा को पूर्ण करें।
वर्तमान सरकार द्वारा सरकार बनने से पूर्व 2018 के जनघोषणा पत्र में कांग्रेस पार्टी ने संविदा कर्मचारियों से नियमितिकरण का वादा किया था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के साढ़े चार साल बाद भी नियमितिकरण तो दूर नियमित रूप से जो वेतन बढ़ाना था वह भी नहीं बढ़ाया गया।
चूकि जो नियमित रूप से वेतन बढ़ता था वह भी नहीं बढ़ा और कर्मचारियों की बिना भर्ती किए नई नई योजनाओं का संचालन कर काम का बोझ जरूर बड़ गया है। प्रदेश में संविदा कर्मचारी कोल्हू के बैल की तरह पीसे जा रहे हैं।
राज्य के 54 विभागों में कार्यरत 45000 हजार संविदा कर्मचारियों ने सरकार को अपनी नियमितिकरण के वादे अनुपूरक बजट में शामिल कर पूरा करने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, उक्त हड़ताल में बालोद जिले के संविदा कर्मचारियों द्वारा धरना स्थल नया बस स्टैंड बालोद में हड़ताल किया जा रहा है, जिले में कर्मचारियों के हड़ताल के कारण मूलभूत कार्य, स्वास्थ्य सुविधा और पंचायत स्तर के निर्माण कार्य के साथ अन्य आवश्यक सेवाएं ठप पड़ने लगे है ।
जिले के सभी विभाग के समस्त संविदा कर्मी लामबंद हुए है। इसलिए यह सरकार को जल्द से जल्द सकारात्मक पहल की जरूरत है । कोई भी शासकीय कर्मचारी हड़ताल में जाना नहीं चाहते किंतु हमारी मजबूरी है। मात्र हमारी पीड़ा को दूर करने सरकार के पास निश्चित दिन शेष है किंतु सरकार ध्यान नहीं दे रही।
संघ के सदस्यों द्वारा बताया कि हम संविदा कर्मचारियों में काम का बोझ बढ़ता ही जा रहा है, किंतु हमारी पीड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। सरकार अपने नियमितिकरण के वादे को लेकर भी अब तक स्पष्ट रुख नहीं दिखाई है , जिसके कारण कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है। सरकार की बेरुखी एक छत्तीसगढ में एक बढ़े कर्मचारी आंदोलन का कारण बनेगी।
आंदोलन के द्वियतीय दिवस धरना स्थल पर कर्मचारी द्वारा नियमितीकरण हनुमान चालीसा का पाठ एवं हवन कर सरकार को जगाने का प्रयास किया।
उक्त धरना उक्त आंदोलन में स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग, महिला एवम बाल विकास विभाग,प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, क्रेडा, श्रम विभाग , आई. टी. आई., कृषि विभाग, कौशल उन्नयन, एवं जिले समस्त योजना के 550 संविदा कर्मचारी सम्मिलित हुए । उक्त जानकारी जिला संयोजक द्वारा दी गयी है।