छग में भी रखी गई अखिल भारतीय मानव कल्याण सेवा समिति की नीव, देखिए किसे कौन सा पद मिला? होगी समाज सेवा,,,,,,

बालोद जिले से प्रदेश महिला उपाध्यक्ष बनी दल्ली राजहरा की टी ज्योति, तो प्रदेश युवा संयोजक बने बालोद से दीपक यादव

रायपुर/ बालोद। अखिल भारतीय मानव कल्याण सेवा समिति ने देश के विभिन्न राज्यों के बाद अब छत्तीसगढ़ में भी अपना काम शुरू किया है। इस क्रम में विभिन्न पदाधिकारियों की नियुक्ति हुई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष चंद्र अग्रहरि के आदेश एवं महिला इकाई की राष्ट्रीय महिला अध्यक्षा विनीता शाह के निर्देशन में जहां सबसे पहले राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय सिंह को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है वहीं युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन कुमार साव, छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष कन्हैया पटनिहा एवं मनोज कुमार ठाकरे प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, मधु नत्थानी प्रदेश महिला अध्यक्षा नियुक्त हुई हैं । प्रदेश महिला सह सचिव गायत्री स्वर्णकार बनाए गए हैं है। छत्तीसगढ़ प्रदेश के महिला इकाई के लिए प्रदेश महिला उपाध्यक्षा के पद पर सत्यवती नेताम और दल्लीराजहारा की टी ज्योति (ज्योति सोनी) को मनोनीत किया गया है। इसी के साथ युवाओं को संगठित करने के उद्देश्य से बालोद के ग्राम जगन्नाथपुर के निवासी दीपक यादव को प्रदेश युवा संयोजक और प्रदेश मीडिया प्रभारी बनाया गया है।

जानिए इस समिति के बारे में

अखिल भारतीय मानव कल्याण सेवा समिति पूरे भारत भर में सभी राज्यों में काम करती है। सभी प्रदेश और केंद्र शासित राज्यों में यह समिति सक्रिय है। और छत्तीसगढ़ में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है। इस समिति का मुख्य कार्यालय मरदानपुर, जौनपुर, यूपी में है। सथ ही छत्तीसगढ़ में प्रांतीय कार्यालय पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड पंडरी रायपुर में संचालित है। नर सेवा नारायण सेवा, मानव सेवा ही धर्म है, इस उद्देश्य के साथ यह समिति कार्य करती है। और समाज सेवा में जुटी हुई है।

ये है समिति के उद्देश्य और लक्ष्य

विभिन्न प्रांतों से लेकर जिले और ब्लॉक में पदाधिकारियों के गठन के साथ-साथ समाज सेवा के कार्य को विस्तार दिया जाना इसका मुख्य उद्देश्य है। अखिल भारतीय मानव कल्याण सेवा समिति के लक्ष्य और उद्देश्यों की बात करें तो महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु व्यवसायिक प्रशिक्षण, लघु ग्राम उद्योग, गृह उद्योग की स्थापना करवाना, स्वयं सहायता समूह का गठन करवाना l, परिषद द्वारा गरीब अविवाहित युवतियों के विवाह संपन्न करने के लिए हर संभव प्रयास करना, दहेज, छुआछूत, मद्यपान, दहेज प्रथा, निरक्षरता, बाल विवाह, बंधुआ मजदूरी, वेश्यावृत्ति जैसी सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जन जागरण और निवारण करना, बाल मजदूर को मजदूरी से छुटकारा दिलाना और उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए शिक्षण की व्यवस्था कर एक समृद्ध समाज बनाने का प्रयास करना, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना तथा उनकी हर संभव मदद करना बालक बालिकाओं के विकास हेतु गायन नृत्य तथा अभिनेता का शिक्षण प्रशिक्षण दिलाना एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करना, कुटीर उद्योग को बढ़ावा देने हेतु जनता को जागरुक करना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा करना, समाज के विभिन्न वर्गों से निष्कासित तलाकशुदा विधवा निराश्रित महिलाओं बालिकाओं बच्चों के रखरखाव, देखरेख, निशुल्क प्रशिक्षण, पुनर्वास की व्यवस्था संबंधित कल्याणकारी विभिन्न योजनाओं का प्रचार प्रसार करना आदि शामिल है।

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