कुसुमकसा में पदस्थ दो भृत्यों की प्रतिनियुक्ति में नवीन पदस्थापना हेतु जारी आदेश को निरस्त करने की उठी मांग, प्रबंधन ने दी आंदोलन की चेतावनी

दल्लीराजहरा। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसुमकसा में पदस्थ दो भृत्यों का प्रतिनियुक्ति में नवीन पदस्थापना हेतु जारी आदेश को निरस्त करने की मांग को लेकर अनिल सुथार, अध्यक्ष शाला विकास व प्रबंधन समिति ने जनदर्शन में कलेक्टर बालोद से भृत्य की समस्या से अवगत कराते हुए आवेदन दिया।
अनिल सुथार ने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसुमकसा में 520 छात्र-छात्राये अध्ययनरत हैं। शाला तीन अलग अलग भवनों में संचालित होती है। जिसमे कक्षा नवमी की तीन , दसवीं की तीन , ग्यारहवीं की तीन व बारहवीं की तीन कक्षाएं व ग्यारहवीं एवं बारहवीं की विषयवार की कक्षाएं अलग से संचालित होती है। प्रायोगिक कक्षाएं भी लगती है। शासन द्वारा उक्त शाला में भृत्य पद के चार व चौकीदार के एक पद स्वीकृत है। किंतु शाला में वर्तमान में मात्र दो भृत्य पदस्थ है ।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसुमकसा का संचालन तीन अलग अलग शाला भवनों में लगने वाली कक्षाओं की साफ सफाई सहित शाला के अन्य कार्यो के निष्पादन में दो भृत्य पदस्थ होने से अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शाला प्रबंधन समिति के द्वारा पूर्व में शाला में स्वीकृत पद के अनुरूप भृत्य व चौकीदार पद पर पदस्थापना करने की मांग की थी। किंतु शासन द्वारा भृत्य पद भरने की जगह शाला में पदस्थ दो भृत्यों का प्रतिनियुक्ति में स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम के अलग अलग शालाओ के नवीन पदस्थापना आदेश जारी कर दिया है। शाला विकास व प्रबंधन समिति के सदस्यों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है कि शाला में वर्तमान में पदस्थ दोनों भृत्यों को कुसुमकसा शाला से प्रतिनियुक्ति में अन्य शाला में नही जाने देंगे। अनिल सुथार ने बताया कि 18 जनवरी को भी बालोद कलेक्टर को आवेदन देकर दोनों भृत्यों के प्रतिनियुक्ति पर की गई। नवीन पदस्थापना को निरस्त करने की मांग की गई थी। किंतु दिए गए आवेदन पर कोई सुनवाई नही होने पर 21 फरवरी को जनदर्शन में कलेक्टर को पुनः आवेदन देकर भृत्यों की नवीन पदस्थापना निरस्त करने की मांग की है । जरूरत पड़ने पर शाला विकास व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अनिल सुथार सदस्यगण नितिन जैन ,वाजिद अनवर ,शिवराम सिन्द्रामे सरपंच ग्राम पंचायत कुसुमकसा ,कन्हैयालाल सहित , शाला के छात्र -छात्राओं के साथ सड़क की लड़ाई लड़ने की बात कही है।

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