युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत है स्वामी विवेकानंद: पुरुषोत्तम भुआर्य
डौंडीलोहारा।शासकीय एकलव्य महाविद्यालय डौंडीलोहारा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयं सेवकों द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में युवाओं के प्रेरणा स्रोत और रासेयो के प्रेरणा पुरुष स्वामी विवेकानंद जी का जन्मदिवस मनाया गया।
ही राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री पुरूषोत्तम भुआर्य और महाविद्यालय के समस्त स्टाफ द्वारा स्वामी जी के शैलचित्र पर द्वीप प्रज्जविलत कर पुष्प अर्पित किए गए।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी श्री पुरूषोत्तम भुआर्य ने महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को उद्बोधन के माध्यम से मार्गदर्शन करते हुए बताया कि स्वामी जी ने धार्मिक विकास को शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य माना।
वे चाहते थे कि प्रत्येक व्यक्ति उस सत्य अथवा धर्म को मालूम कर सके जो उनके अंदर दिया हुआ है। उसके लिए उन्होंने मन तथा हृदय के प्रशिक्षण पर बल दिया। और बताया कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिसे प्राप्त करके बालक अपने जीवन को पवित्र बना सकें। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पुर्व प्राचार्य डॉ आर के जैन सर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य राजूलाल कोसरे सहायक प्रध्यापक श्री प्रदीप कुमार खरे, संजय ठाकुर, मायंक मंडावी, टुशिका ठाकुर, फुलेश्वर ठाकुर अतिथि व्याख्याता देवानंद वर्मा इलेश चन्द्राकार व महाविद्यालय के समस्त स्टाफ व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।