11 वे दिन भी जारी रहा हड़ताल, शासन का पत्र बेअसर, तीजा के बाद जुटी भीड़, रामायण पाठ कर रहे कर्मचारी

बालोद/डौंडी/गुंडरदेही/डौंडीलोहारा । जिले के सभी ब्लॉक में अधिकारी कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं। विगत दिनों शासन द्वारा हड़ताल में डटे हुए कर्मचारियों से संबंधित एक पत्र जारी किया गया था। जिसमें कहा गया था कि अगर वह ड्यूटी ज्वाइन कर लेते हैं तो उनकी हड़ताल अवधि का वेतन नहीं काटा जाएगा। लेकिन शासन के इस लुभावने पत्र का अधिकारी कर्मचारियों पर कोई असर नहीं हुआ और अब तक कोई हड़ताल से ना लौटते हुए सभी डटे हुए हैं। हड़ताल का 11वा दिन बीत रहा है। पूरे जोश खरोश के साथ अधिकारी कर्मचारी मैदान में हैं। तो वही संबंधित विभागों में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है। जनता हलाकान हो रही है।छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर गुरुवार को 11 वे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल बालोद बस स्टैंड के धरना स्थल पर जारी रहा। हड़ताल स्थल पर हजारों की संख्या में कर्मचारी अधिकारी पंडाल पर उपस्थित रहे। हड़ताल स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए उद्बोधनकर्ता गण के द्वारा मुख्यमंत्री द्वारा कर्मचारी अधिकारी को काम पर लौटने की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए मंच को संबोधित किया कि जब तक डीए और एचआरए की मांग शासन के द्वारा पूरा नहीं कर दिया जाता, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल अनवरत जारी रहेगा। धरना स्थल पर रामायण पाठ का आयोजन किया गया। उक्त रामायण पाठ करने वालों में नरेंद्र कुमार पाटिल, ईश्वर लाल, मनहरण लाल साहू, किशोर रावटे, कैलाशनंद, जयकांत पटेल, परशुराम धनेंद्र, इतवारी नेताम एवं एसके जामवंते प्रमुख थे। सभा को बीएस सिग्रामे, मनोज पौसर्य, अमर भुआर्य, एनएच नूरानी, विष्णु साहू, खिलानंद साहू, सुमन कुमार रात्रे, नीलकंठ साहू, अश्वनी नायक, रेखा शिरसागर, रामायण नाथ, सीमा सुशील जामवंते , पूर्णानंद साहू सुजीत साहू, किरण सोनी श्रीमती तुलसी डोंगरे आदि ने संबोधित किया। कर्मचारी नेता में आर के शर्मा, राजेश घोड़े सवार, लोकेश साहू, आरके कमलेश, रविंद्र मंडावी उपस्थित थे ।अंत में कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के तहसील कोषाध्यक्ष मोतीलाल चंद्राकर के धर्मपत्नी किरण चंद्राकर व्याख्याता शासकीय कन्या उत्तर माध्यमिक शाला बालोद का आकस्मिक निधन हो जाने पर कर्मचारी अधिकारी गण के द्वारा मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

गुंडरदेही में भी जुटी भीड़

कर्मचारी अधिकारी में सरकार के प्रति आक्रोश बना हुआ है। मांगे जब तक पूरी नही की जाएगी तब तक डटे रहने की बात हो रही।कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ब्लाक गुंडरदेही में अनिश्चत कालीन हड़ताल व आंदोलन का 11 वे दिन ब्लाक संयोजक वेद प्रकाश यदु व गुंडरदेही ब्लाक पर्यवेक्षक जिला प्रतिनिधि घनश्याम पुरी जिलाध्यक्ष के उपस्थिति में पूजा अर्चना एवं राज्य गीत के साथ आंदोलन शुरू किया गया। कर्मचारी अधिकरियों ने मुख्यमंत्री की अपील का सम्मान किया पर मांग पुरा करने का आग्रह भी किया गया। पूरे कर्मचारी अधिकारी ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नही होगी हम इसी तरह डटे रहेंगे। हमारा मौलिक अधिकार ले के रहेंगे। हमारा फेडरेशन का प्रमुख मांग केंद्र के समान 34%डी ए तथा सातवें वेतनमान के अनुरूप एचआरए भत्ता देने के संबंध में सभी मान्यता प्राप्त संगठन पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी ब्लॉक अध्यक्ष द्वारा धरना प्रदर्शन को संबोधित किया गया। मंच का संचालन डॉ बुसरा परवीन ने किया। आंदोलन में प्रमुख रूप से देवेंद्र हरमुख जिलाध्यक्ष सहायक शिक्षक फेडरेशन,डी एस भारद्वाज प्रांताध्यक्ष सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी, अभिलाषा मिश्रा,विनोद जैसवार छ ग स्वास्थय मैदानी कर्मचारी संघ, सी के बारशागड़े,रवि वर्मा,एच् के मधुकर , कुंदन साहू आर एच ओ संघ,सुरेंद्र , नरेंद्र अग्रवाल राजस्व निरीक्षक यशवंत साहू अनुसुइया देवांगन डी आर देवांगन हूबलाल बोरकर ,जीवन लाल पटेल मकसूदन यादव गोकुल यादव शैलेन्द्र ठाकुर गिरवर लाल निर्मल राम निवास साहू, चंद्रकांता ठाकुर, अंजना राठौर कोषाध्यक्ष स्वास्थ्य विभाग ,प्रभा ठाकुर,, अर्जुन सिंह तारम, अर्जुन सिंग मंडावी, अविनाश यादव ,चंद्रशेखर गौतम, जे आर साहू,एस आर रंगारी, सोमन तारम ,मोकेश्वर हिरवानी, प्रतिभा त्रिपाठी, संजय शुक्ला,विजय शंकर साहू,मनीष कुमार जांगडे,भवानी साहू,मनेश सोनी,अजय नामदेव ,धर्मेंद्र साहू,तृप्ति यादव न्यायलीनसंघ,राज नाथ योगी ,विक्की साहू , पुरुषोत्तम देशमुख होरीलाल देवांगन ,चन्द्र शेखर गौतम ,खेमराज साहू , छबिलाल साहू,अविनाश यादव,यशवंत देवांगन,अनिल सोनी,रोशन प्रजापति स्वास्थय विभाग,द्रोण कुमार सार्वा,गजानंद साहू.सभी पदाधिकारीगण मौजूद रहे।

डौंडी के कर्मचारियों ने कहा आंदोलन करना हमारा शौक नहीं पर सरकार ने मजबूर किया

छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले आदिवासी अंचल डौंडी के समस्त सरकारी कर्मचारी-अधिकारी ग्यारहवें दिन डौंडी धरना स्थल में डटे रहे। ब्लाक संयोजक वीरेंद्र देशमुख, कोषाध्यक्ष शमशेर बेग मिर्जा, सचिव प्रहलाद कोसमा, संचालक बसंतमणी साहू रेखु राम साहू ने बताया , सरकार हमारी माँगो के प्रति संवेदनहीन नजर आ रही है। जायज मांग पर सरकार के उल जुलूल रवैये से प्रदेश के कर्मचारी नाखुश है। हड़ताल हमारा शौक नही है सरकार के रवैये ने मजबूर किया है। हमारी हडताल के व्यापक असर सारे सरकारी काम काज पर देखे जा सकते हैं। इससे आम नागरिकों को होने वाले परेशानियों के लिए सरकार स्वयं जवाबदार है। कर्मचारी अधिकारी अपील करते हैं सरकार हमारी माँगो को अतिषघ्र पूर्ण कर हमें अपने कर्तव्य स्थल तक भेजे। तीज पर्व के पश्चात महिला हड़तालियो की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। कर्मचारियों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। ग्यारहवें दिन-सीमा जायसवाल, ममता झा, माधुरी राजपूत, एवंन साहू, अजय आस्तिकर जयसिंह भारद्वाज, देवलास भुआर्य, चन्द्रहास कुलदीप, दिनेश साहू चंद्रशेखर पवार, खेम लाल साहू सोनसाय लटियारे ईश्वरी लाल साहू सुन्दराम मरकाम सहसंयोजक लेखराम साहू उपस्थित थे।

डौंडीलोहारा में मुख्यमंत्री के अल्टीमेटम से आक्रोशित कर्मचारियों ने जमकर की नारेबाजी
रोज की तरह अनिश्चित कालीन आंदोलन की शुरुआत राज्य गीत एवं माँ शारदे की पूजा अर्चना से हुई। वाय.के. दिल्लीवार ने संबोधित करते हुए कहा कि अब हड़ताल निर्णायक मोड़ पर पहुँच चुकी है। मुख्यमंत्री के द्वारा सुबह निवेदन और शाम को धमकी भरा बयान दिया जा रहा है ये इस बात का सूचक है कि अब हम जीत के बहुत करीब है। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाएं अधिकारियों और कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने से बंद पड़ चुकी है। आम जनता अपने कार्यो को लेकर त्रस्त है। सरकार में खलबली मच चुकी है। इसलिए जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक धैर्य नहीं छोड़ना है। ए.के.साहू सहा. वि. शिक्षाधिकारी ने कहा कि प्रदेश के लगभग सभी विभाग के कर्मचारी अधिकारी हड़ताल पर है इसके बावजूद सरकार हमारी मांगो के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है। इसके बदले हमारे विरोध में वक्तव्य दे रही है। हम अपने कर्मक्षेत्र में अभी जाने के लिए तैयार है बशर्ते हमारी दोनों मांगों को आप तुरंत पूरा कर दीजिए। सभा को डॉ.चावड़ा प्रभारी डौंडीलोहारा ने कहा कि मुखिया को चाहिए कि उनके जो अधीन कर्मचारी है उनका ध्यान रखें तभी वह राज्य में विकास के लिए समर्पण भाव से कार्य करेंगे।लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इस सरकार को बस अपने वेतन को बढ़ाने के अलावा बाकियों की कोई चिंता नहीं है। इस सरकार ने बाकी कर्मचारियों की भांति पेंशनरों के भी DA को डकार गई। राधेश्याम साहू APC बालोद ने कहा कि शासन द्वारा एक दो दिन में कार्य पर लौटने के लिए अल्टीमेटम दिया गया है। हमें इससे डरने व घबराने की बात नहीं है क्योंकि शासन अपने स्तर से हमें तोड़ने की भरसक कोशिश करेगी। वेतन का लालच देकर अन्य बहकावे में नहीं आएंगे। सभी अपनी मांगों पर अडिग है जब तक दाम नहीं तब तक काम नहीं। भुवन सिन्हा ने कहा कि सरकार आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला देती है अगर ये बात सत्य है तो फिर अपने मंत्रियों और विधायकों का वेतन कैसे बढ़ा रही है। ये कैसी विडम्बना है कि जो आंदोलनरत है उनसे बात करने की बजाय कुछ गिनती के लोगों को महत्व दे रही है, जिनका इस आंदोलन से कोई सम्बन्ध नहीं है.ये लोग केवल आम साथियों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। इनसे सावधान रहने की आवश्यकता है।
खेमंत साहू ने संगठन के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया राज्य में जो आंदोलन चल रहा है इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है , जिनके हठधर्मिता के कारण कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ रहा है। इनके अलावा श्री कोलियारे , सुनील कुमार टांडे, के आर पिस्दा, बी.पी.दुबे, मोहन लाल यदु, मनोज कुमार दिल्लीवार, सुशीला ध्रुवे, मुनमुन सिन्हा, सिया राम सार्वा ,लोकेश्वर निषाद ने भी सभा को सम्बोधित किया। नेमसिंह ठाकुर संयोजक,पी एस तारेंद्र सह संयोजक, प्रेम सिंह कोलियारे शिक्षक फेडरेशन ,अनिल कुमार दिल्लीवार अध्यक्ष सहायक शिक्षक फेडरेशन,गुलाब चंद मरकाम ,रेखलाल देवांगन राजस्व निरीक्षक, खेमंत कुमार साहू संयोजक छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ,सुश्री एनुका सार्वा,सुरेश कुमार दिल्लीवार,एनएस मानकर,माया मरकाम,तेजप्रकाश साहू पटवारी, सेवक राम ठाकुर,मन्नू राम ठाकुर,लोकराम नायक,बाबूलाल नायक,तारारानी,छबिलाल जांगड़े, दिनेश नायक, योगेश साहू पटवारी ,आरिफ सिद्दकी, प्रदीप साहू,तुलसी राम पिस्दा, राजेश उपाध्यक्ष वन विभाग,भूषण दास मानिकपुरी,श्रवण साहू ,आर. के. खिलरिया. संतोष मण्डावी,दीपक बडतिया,डिलेश्वर डेहरे समस्त अधिकारी कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे। मंच संचालन दीपक पटेल एवं राजेंद्र यारदा द्वारा किया गया।

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