श्रद्धा खंडित हो तो विश्वास टूट जाता है -जगदीश देशमुख

बालोद। रामचरितमानस में माता पार्वती को श्रद्धा तथा भगवान शिव को विश्वास का प्रतीक बताया गया ।जब हमारी श्रद्धा विश्वास के प्रति अडिग और अखंड हो तो जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा या संकट नहीं होती जीवन शाश्वत प्रवाह बनकर कालजयी हो जाता है ।भगवान शंकर और माता पार्वती का जीवन इसी अखंड भाव चेतना में गृहस्थ जीवन को जीने का पावन संदेश देता है ।लेकिन सती के जीवन में सीता हरण की लीला में श्रीराम को रोते देखकर सती को भगवान पर संशय जाता है और परमात्मा के प्रति विश्वास खंडित हो जाता है अंततः परिणाम स्वरूप सती का मरण हो जाता है। उक्ताशय के विचार ग्राम परसोदा झलमला में आयोजित तीज मिलन समारोह एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश देशमुख ने व्यक्त किए ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद प्रतिनिधि अश्वन बारले ने की। विशेष अतिथि के रूप में किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष तोमन साहू ,भाजपा नेता भोलाराम साहू ,ओमप्रकाश रात्रे उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के सभी पदाधिकारियों का अहम योगदान रहा ।अंत में क्रीडा प्रतियोगिता में तीजहारिन विजेता टीमों को अतिथियों द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया।

You cannot copy content of this page