स्व सहायता समूह की महिलाएं पहुंची कलेक्टर के दरबार, रसोइयों की हड़ताल पर बोली -हमें किया जा रहा है अनावश्यक परेशान
बालोद। मध्यान्ह भोजन को लेकर चल रहे उठापटक के बीच स्व सहायता समूह संघ की महिलाएं कलेक्टर दरबार पहुंचकर अपनी समस्या बताने लगी है। समूह की महिलाओं का कहना है कि रसोइए हड़ताल पर गए हैं। तो शासन प्रशासन द्वारा हमें अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है। हमारा काम रसोइयों को राशन सामग्री देना है लेकिन विभाग के अफसर हम पर दबाव बनाकर भोजन पकवाने की जिम्मेदारी दी जा रही है। जबकि पहले ही जब रसोइए हड़ताल में गए थे उस समय अस्थाई तौर पर समूह वालों ने भोजन पकवाया था उसका भी पैसा आज तक नहीं मिला। ऐसे में फिर भरोसा कैसे हो? कलेक्टर जन दर्शन में पहुंचकर मध्यान्ह भोजन संघ द्वारा अपनी समस्या रखी गई। जिसमें मध्यान भोजन संघ के जिला संघ व स्व सहायता समूह की ओर से महिलाओं ने मांग रखी कि समूह सामान देने में समर्थ है परंतु रसोइयों की व्यवस्था शासन को करनी चाहिए। नए रसोइयों की नियुक्ति की स्वीकृति दी जाए। जब तक रसोइयों की हड़ताल चलती है उनका पेमेंट शिक्षा विभाग द्वारा हो। पूर्व में भी रसोइयों की हड़ताल पर जाने से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने भोजन की व्यवस्था की थी, वैकल्पिक रसोइये रखे गए थे, कई जगह का काम महिलाओं ने संभाला था। जिसका भुगतान अभी तक नहीं किया गया है। ऐसे में इस बार महिला समूह मध्यान भोजन पकाने से हाथ खींच रही हैं। इधर रसोइए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। बुधवार को भी कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन नहीं बना। पहले समूह वाले शिक्षा अधिकारी कार्यालय ज्ञापन देने गए थे लेकिन वहां अफसरों में ज्ञापन लेने से मना कर दिया।