बालोद। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा छग क्रांति सेना अध्यक्ष अमित बघेल के गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक 1 जून को बालोद जेल मिलने पहुंचे जहां आधे घण्टे तक समर्थकों ने प्रदेश अध्यक्ष से बातचीत कर उनका हाल जाना। बता दें कि गत दिनों छग क्रांति सेना अध्यक्ष द्वारा अपने रैली में जैन मुनियों पर टिप्पणी की गई थी जिसके बाद उन्हें अम्बिकापुर के हसदेव से बालोद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जेल में मिलने के पश्चात छग क्रांति सेना के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट जाकर कलेक्टर जन्मेजय महोबे एवं एसपी जितेंद्र कुमार यादव को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे ।लेकिन पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट के मुख्य प्रवेश द्वार में बेरिकेड्स लगा दिया गया था।
साथ ही गेट में तैनात पुलिस जवानों ने सभी को गेट के बाहर ही रोक लिया। काफी देर के हंगामे और नारेबाजी के बाद ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस प्रशासन ने 20 सदस्यीय दल को बुलाया।तत्पश्चात छग क्रांति सेना के दल ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर चर्चा किया गया। सर्व आदिवासी समाज और छग क्रांति सेना के संयुक्त तत्वाधान में ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि तुएगोंदी में किये गए प्राणघातक हमला मामले के मुख्य सरगना बालकदास की गिरफ्तारी, संरक्षित वन से अवैध कब्जा हटाने, जामडीपाट क्षेत्र को पूर्वानुसार यथास्थिति बहाल करने सहित मांग की गई। ज्ञापन सौंपने वालों में बीएस रावटे, तुकाराम कोर्राम, उमेंदिराम गंगराले, देवेन्द्र साहू, शिव पटेल, चन्द्रभान साहू, प्रकाश निषाद, ऋषि सेन, हीरालाल सिन्हा, कमलेश साहू, दीपक सहारे एवं अन्य उपस्थित थे।