कारी फिल्म से की थी शुरुआत, अब छत्तीसगढ़ में है इनका मां के किरदार में खास नाम
13 मई को सिनेमाघरों में आ रही है यह फिल्म, पढ़िए उनसे इंटरव्यू की बातचीत
बालोद। सतीश जैन के डायरेक्शन में बनी छत्तीसगढ़ी फिल्म चल हट कोनो देख लिही 13 मई को पर्दे पर रिलीज़ हो रही है। इसका ट्रेलर सामने आने के बाद से इसमें मुख्य किरदार के रूप में शामिल पात्र शारदा देवी की चर्चा पूरे छत्तीसगढ़ में हो रही है। आपको बताना चाहेंगे कि यह शारदा देवी का किरदार निभाने वाली अंजली सिंह चौहान है। जो बालोद जिले के ग्राम अरजपुरी, डौंडीलोहारा की रहने वाली है। फोनिक इंटरव्यू में हमने(DailyBalodNews) उनसे बातचीत कर इस फिल्म की कहानी व अब तक के छालीवुड के सफर के बारे में जाना। उनकी कहानी खासतौर से महिलाओं को प्रेरित करने वाली है। असल जिंदगी के साथ-साथ फिल्म में भी वह अपने जीवन के संघर्षों को उकेरती नजर आती है। चल हट कोनो देख लिही,,, फिल्म भी एक महिला प्रधान है। बातचीत में बताया कि अब तक हम समाज में पुरुषों को चिल्लाते हुए,उन्हें महिलाओं को धमकाते हुए देखते हैं। महिलाएं चुपचाप सुनती भी हैं और घुट घुट कर रह जाती है। लेकिन इस फिल्म में ऐसा नहीं होने दिया गया। इसमें महिला चिल्लाएगी और पुरुष को सुनना पड़ेगा। महिलाओं की आवाज को पुरजोर तरीके से उठाया गया है और एक साहसी महिला का किरदार निभाया है। जो अन्याय के खिलाफ खड़ी होती है और सच्चाई की जीत होती है। महिलाएं आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। यह फिल्म की कहानी का एक संदेश भी है।
कारी फिल्म से की थी शुरुआत जिसकी कहानी आज भी लोगों के जेहन में है
छत्तीसगढ़ी फ़िल्म कारी से अंजलि सिंह चौहान ने अपनी फिल्मों की शुरुआत की। आज भी कारी फिल्म महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी पसंदीदा है। उसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया और धीरे-धीरे खासतौर से मां के लिए किरदार में उनकी खास पहचान बन गई। उन्होंने डायरेक्टर सतीश जैन की तारीफ करते कहा उनके साथ काम करना गौरव पूर्ण है। उनसे हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आज सतीश जैन जी को मुंबई सहित कई दूसरे राज्य में जानते हैं। लोगों उनकी फिल्म की तारीफ करते हैं। अरजपुरी की रहने वाली सरपंच किरण चौहान की बेटी अंजली सिंह आज परिचय की मोहताज नहीं है और अपने अभिनय के साथ असल जिंदगी में भी संघर्षों से जीत हासिल कर नए मुकाम तक पहुंचने वाली अंजली सिंह चौहान को लोग सब सर आंखों पर बिठाने लगे हैं।
अंजलि कहती है उनकी सफलता के पीछे उनके माता किरण चौहान-पिता प्रमोद चौहान का अहम योगदान है। परिवार को लोगों ने उनका पूरा सपोर्ट किया।
महिलाओं को दी ये संदेश
अंजली सिंह चौहान ने महिलाओं को संदेश दिया कि हम उस युग में जी रहें हैं जहां महिला किसी की मोहताज नहीं। वह अपने जीवन से जुड़े सारे फैसले स्वयं ले सकती हैं। समाज से अपने अधिकार को पाने के लिए हमें अपने आप को सक्षम बनाना ही होगा। हमेशा सच्चाई की लड़ाई में कभी पीछे ना हटे। उन्होंने समाज के लोगों को यह अपील भी की कि बेटी हो या महिलाओं को नजरअंदाज ना करें, उन्हें प्रोत्साहित करें। देखना एक दिन बेटी और महिलाएं काफी आगे जाएंगी।
छत्तीसगढ़ी फिल्म में भी अब आ चुका है बदलाव
छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अब काफी बदलाव आ चुका है। नई-नई तरह की कहानियों के साथ फिल्म बनाई जा रही है। युवा भी जिसे पसन्द करते हैं 80-90 के दशक में बॉलीवुड फिल्म में जो परिवारिक कहानियां थी उनसे भी प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ी फिल्म को और भी बेहतर तरीके से डायरेक्टर सतीश जैन प्रस्तुत करते हैं। जो लोगों को खूब पसंद आता है।