जान बचाओ आया जंगली सुअर,,,,, लोहारा के 6 गांवों में हमला, कई ग्रामीण घायल
कहीं खेत तो कहीं जंगल तो कहीं घर में घुसकर जंगली सूअरों ने मचाया उत्पात
बालोद। डौंडीलोहारा ब्लॉक मुख्यालय के लगभग आधा दर्जन ग्रामों में शुक्रवार सुबह से जंगली सूअरों ने लगभग दर्जनभर ग्रामीणों को बुरी तरह घायल कर दिया। जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज हेतु डौंडीलोहारा, दल्ली राजहरा व राजनांदगांव के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज जारी है। मामले में डौंडीलोहारा अस्पताल में इलाज करा रहे ग्रामीणों का कहना है कि घटना में 3 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। जिन्हें राजनांदगांव व दल्ली राजहरा के बड़े अस्पतालों में रेफर किया गया है। वहीं अन्य घायलों का इलाज डौंडीलोहारा में चल रहा है। ग्राम जाटादाह निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग जंगलू राम हलबा ने बताया कि सुबह 8:00 बजे जंगली सूअर आया उसने अचानक हमला कर दिया जिससे उनकी बांह ,जांघ व पैर में चोट आई है। ग्राम गुरामी निवासी 60 वर्षीय महिला पलटीन बाई तोयर ने बताया कि वह घर के कोठे में काम कर रही थी तभी जंगली सूअर ने अचानक हमला किया। जिससे उनके बाह व पैर में चोट आई है। ग्राम भिन्दो निवासी 50 वर्षीय पवारा बाई सोरी व नीराबाई ने बताया कि ने तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए गई हुई थी तभी उन पर जंगली सूअर ने पंजा मार कर हमला किया। इससे उनके पैर में चोट आई है तथा सीने में दर्द है। ग्राम सिवनी निवासी 52 वर्षीय प्यारे लाल गौड़ ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने के दौरान उन पर हमला हुआ। जिससे उनके पैर व चेहरे पर चोट आई है। इसके अलावा भालूकोना गांव के ग्रामीण भी हमले में घायल हुए हैं। अस्पताल से मिली जानकारी अनुसार ग्राम पिंगाल की कुंती बाई को अधिक चोट आने से उन्हें राजनांदगांव रेफ़र किया गया है। वही ग्राम बघवार के ग्रामीण को चोट आने पर उन्हें दल्ली राजहरा रेफ़र किया गया है। बता दें कि 1 दिन पूर्व बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम मुल्ले और कन्नेवाड़ा में भी जंगली जानवर भालू और सुअर के हमले की घटना से दो ग्रामीण घायल हुए थे।