136 पेज की ये किताब है बड़े काम की चीज,साइबर सहित कई अपराध से करेगी सचेत,एसपी ने किया विमोचन

2 साल से वाट्सएप में शेयर किए गए संदेशों का है आसान भाषा में संकलन, ताकि लोग हो साइबर क्राइम के प्रति जागरूक

समान्य अपराध, सायबर अपराध एवं सरल विधिक ज्ञान को संक्षिप्त एवं सरल भाषा में पुस्तक में किया गया है लेख

निरीक्षक रोहित मालेकर की कृति व दरवेश आनंद का है संपादन

बालोद। जिला साइबर शाखा बालोद में पुलिस अधीक्षक गोवर्धन ठाकुर द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोद प्रज्ञा मेश्राम, उप पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर, राजेश बागडे , एस.आर. मौर्य, बोनीफास एक्का की उपस्थिति में विधिक जागरूकता एक नई पहल नामक पुस्तक के प्रथम संस्करण जनवरी 2022 का विमोचन किया गया। इस किताब में 136 पेज है। जिसमें प्रत्येक पेज में अलग अलग विषयों पर संक्षिप्त में साइबर एवं समान्य विधि के सन्दर्भ में जानकारी दी गई है। किताब में प्रथम सूचना रिपोर्ट क्या है, जमानती अजामनती अपराध क्या होता है, महिलाओ के कानूनी अधिकार क्या है, बाल मजदूरी रोकने, गुड सेमेरिटन लॉ क्या है वॉटसअप संबंधित साइबर खतरे, पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना जैसे 136 अलग अलग विषयो पर जानकारी दी गई। जिसके अध्ययन से समान्य जन अपराध को लेकर जागरूक होगा। यह किताब निरीक्षक रोहित मालेकर के द्वारा बीते दो तीन वर्षो के दरम्यिान संकलित एवं लिखित आम जनता को अपराधो के प्रति सजग करने के लिये वॉटसअप एंव फेसबुक में भेजे गये संदेश हैं। जो कि एक अभियान बनकर उभरा है एवं आम लोगो को जोड़ने मे मददगार सबित हो रहा है। पुलिस अधीक्षक गोवर्धन ठाकुर ने किताब विमोचन करते हुए कहा कि यह अत्यन्त प्रशांसनीय विषय है कि उक्त पुस्तक का प्रकाशन स्वः प्रेरणा से जन मानस को जागरूक करने की उद्देश्य से किया जा रहा है। किताब सरल शब्दो में लिखी गई है जिसे असानी से समझा जा सकता है। आज के परिवेश मे आम जनता के लिये सरल विधिक ज्ञान आवश्यक प्रतीत होता है। जिस तरह से लोग ठगी के शिकार हो रहे है उन्हे निश्चित ही इनका लाभ मिलेगा। लोग कानूनी रूप से दक्ष हो सकेगें।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रज्ञा मेश्राम ने पुस्तक विमोचन के अवसर पर कहा कि इस पुस्तक में साइबर अपराध एवं विभिन्न विषयों पर कानूनी जानकारी दी गई है। आनलाईन व डिजीटल माध्यम से होने वाली घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण व जागरूकता लाने के लिये यह पुस्तक अपने उद्देश्यों में सफल होगी। उप पुलिस अधीक्षक नवनीत कौर एवं राजेश बागडे, एस.आर.मौर्य, बोनीफास एक्का ने भी शुभकामना संदेश देते हुये किताब को विधिक जागरूकता के विषय पर किताब को बहुआयामी बताया। संपादक दरवेश आनंद ने सभी का अभिवादन करते हुए कहा कि यह अपराधो से सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ साथ आम जन को संरक्षण देने में भी सक्षम होगी। यह किताब सभी ग्राम पंचायत के साथ साथ स्कूलों मे भी रखी जाने चाहिये एवं समय समय पर इसका वाचन किया जाना चाहिए। इससे लोगो में अपराध के प्रति सजगता एवं समझ पैदा होगी। इसकी सार्थकता अवश्य ही सामने आएगी। विमोचन के दौरान उपस्थित डॉ0 प्रदीप जैन द्वारा शुभकामना संदेश प्रेषित करते हुए कहा कि इस किताब को इंडियन मेडिकल एशोसिएशन में भी भेजे जाने हेतु प्रयास किया जाएगा। जिससे कि मेडिकल विभाग मे जागरूकता का संचार हो। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के राजू पटेल व प्रदीप चोपड़ा ने भी किताब के विमोचन को सकारात्मक पहल बताते हुए व्यापारी वर्ग के लिये भी किताब को उपयोगी बताया। के मुरारी दास साहित्यकार, भरत बुलेन्दी सहित्यकार एवं कवि टीएस पीपरिया द्वारा किताब विमोचन के मौके पर कविता के माध्यम से किताब की सार्थकता पर प्रकाश डाला गया। किताब विमोचन के अवसर पर ओम टुवानी ब्यरो चीफ हरिभूमि भी उपस्थित रहे जिन्होने किताब के प्रकाशन पर अपनी शुभकामनांए दी। इस दौरान रक्षित निरीक्षक मधुसुधन नाग, महिला सेल प्रभारी पदमा जगत, एंव साइबर सेल प्रभारी दिलेश्वर चन्द्रवंशी एवं यातायात प्रभारी नवल किशोर कश्यप के द्वारा किताब का विमोचन को जनमानस को जागरूक करने की दिशा में सार्थक पहल बताया।

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