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साहित्यकार श्रेणी में हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान से इन्दौर में सम्मानित हुए छत्तीसगढ़ से धर्मेंद्र कुमार श्रवण, बालोद जिले के हैं निवासी व शिक्षक

बालोद। हिंदी रक्षक मंच एवं दिव्य उत्थान एजुकेशन एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी इंदौर मध्यप्रदेश राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के पोर्टल hindirakshak.com की एक करोड़ पाठक संख्या का महोत्‍सव के संदर्भ में हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान 2022 का भव्य आयोजन प्रीतम लाल दुआ ऑडिटोरियम इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. मानसिंह परमार पूर्व कुलपति कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर, अध्यक्षता कर रहे। विकास दवे निदेशक हिंदी राष्ट्रीय साहित्य अकादमी भोपाल मध्य प्रदेश ,विशिष्ट अतिथि मोहन नरवरिया समाज सेवी एवं पूर्व पी ए मुख्यमंत्री उमा भारती म.प्र. शासन , डॉ. दीपमाला गुप्ता प्रधान संपादक एवं अध्यक्ष दिव्योत्थान एजुकेशन एवं सोशल वेलफेयर सोसाइटी इंदौर एवं पवन मकवाना संयोजक एवं संस्थापक हिंदी राष्ट्रीय मंच इंदौर के सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।

देश के विभिन्न राज्यों से आए साहित्यकार
इस कार्यक्रम में देश के 43 विभिन्न विधाओं में पारगंत वरिष्ठ साहित्यकार, कहानीकार, रचनाकार, समाजिक कार्यकर्ता, शोधार्थी शिक्षाविद ,प्रख्यात लेखक कविवर ,गज़लकार ,नवोदित कलमकार आदि भारत के विभिन्न प्रांतों से कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश, बिहार, दिल्ली, महाराष्ट्र,झारखंड ,छत्तीसगढ,उत्तराखंड ,पंजाब जैसे राज्यों से राष्ट्रीय सम्मान समारोह में पहुंचकर सहभागिता का परिचय दिए ।अतिथियों के द्वारा सामाजिक समरसता पर जोर देते हुए आज के परिवेश व नव पीढ़ी में सुधार हेतु ऐसे साहित्य को अपने पैनी लेखनी के माध्यम से सूझ-बूझ,आत्मपरख ,आत्मचिंतन ,आत्म अवलोकन, स्वाध्याय चिंतन-मनन के साथ हर क्षेत्र में अध्यात्मिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक धार्मिक आदि क्षेत्रों में अपने काव्य रचनाओं को संवारने हेतु संबोधित किया गया जो कि समाज की दशा और दिशा को सुधारने का एक अच्छी पहल है यह समस्त साहित्यकारों को अनवरत प्रयास करने हेतु प्रेरित किया गया । लेखन के संदर्भ में विशेष योगदान देने वाले सभी साहित्यकारों को हृदय पटल से शुभकामनाएं संप्रेषित करते हुए हर्ष व्याप्त किये और आगे नित नए आयाम और कलेवर के साथ नई किरणें ,नई उमंगो के साथ साहित्य की आभा को बिखेरने,सजाने, संवारने हेतू ऑडिटोरियम में उपस्थित सभी दर्शक दीर्घा साहित्यकारों को प्रेरित किया गया।

साहित्यकार श्रेणी में पद्य विधा में बालोद के धर्मेंद्र का हुआ चयन

शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने वाले शिक्षकीय कार्यकाल में ऐसे बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी धर्मेंद्र कुमार श्रवण व्याख्याता, खल्लारी, आदिवासी विकास खंड-डौंडी ,जिला-बालोद छत्तीसगढ़ का चयन हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान समारोह इंदौर मध्यप्रदेश हेतु किया गया । आमंत्रण को स्वीकार करते हुए इंदौर पहुंचें । जो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गौरव की बात है शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ साहित्यिक विधाओं में भी अलख जगा रहा है। वह साहित्यिक क्षेत्र में भी दशा व दिशा को संवारने का प्रयास अपने कलम के माध्यम से अनवरत कर रहे हैं..और उनके द्वारा सृजित रचनाएं अद्भुत व अनुपम रहता है ..।

श्रवण जी का साहित्य के क्षेत्र में विशेष रूझान

श्रवण जी गणित का शिक्षक होते हुए अपने पैनी लेखनी के माध्यम से हिंदी भाषा की रक्षा व उनका सम्मान करते हुए उन्होंने कोरोना काल के दौरान अपने प्रतिभाओं को उकेरने व संवारने का सशक्त प्रयास साहित्य के क्षेत्र मे सच्ची लगन व परिश्रम से किया गया जो एक सराहनीय कदम रहा है साथ ही विभिन्न साप्ताहिक, मासिक पत्र पत्रिकाओं प्रकाशित होते रहा है और ऐसा करते-करते अब तक एक सौ से अधिक आधुनिक व पूर्व परिवेश या पीढ़ी पर समरसता का भाव जागृत करते हुए हर तिथि व पर्व के साथ प्रकृति, संस्कृति व विकृति पर विशेष स्वरुप देकर गीत, कविता,कहानी ,लघुकथा, बालगीत आदि विभिन्न विधाओं पर बड़े ही सजगता के साथ लेखन कार्य में दक्षता हासिल करते हुए प्रमुखता से कलम संवारने में अनवरत जोर दे रहे हैं और देते रहेंगे ..।

एक छोटे से गांव का निवासी जहां साहित्य के क्षेत्र में कामयाब रहा..

छत्तीसगढ़ के बालोद जिला के एक छोटे से गांव भानपुरी (गुरुर) का मूल निवासी जो साधारण किसान का माटीपुत्र है साथ ही माता-पिता कम पढ़े लिखे होने कृषि कार्य पर ही व्यस्त रहते थे । तीन सुपुत्रों को छोटे से किसानी में अपने अथक परिश्रम से पढ़ाये लिखाये । आज मेहनत के बदौलत तीनों भाई शासकीय कर्मचारी है धर्मेंद्र जी शुरू से ही पढ़ाई के क्षेत्र में अव्वल स्थान रहा है । आज अपने मेहनत व लगन से शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए आदिवासी विकासखंड डौंडी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खलारी में गणित के व्याख्याता के पद पर कार्यरत है और अभी वर्तमान में विभागीय एम.एड. छात्र अध्यापक शासकीय शिक्षक महाविद्यालय शंकर नगर रायपुर में अध्ययनरत हैं।

साहित्य के क्षेत्र में श्रवण जी सम्मानित हुए.

विगत वर्षों से लगातार अपनी रचनाओं को हिंदी रक्षक मंच को काव्य रचनाएं संप्रेषित करते रहे हैं इसी के परिणाम स्वरूप धर्मेंद्र कुमार श्रवण का चयन साहित्यकार श्रेणी की पद्य विधा में रचनाकार हेतु चयन किया गया । साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करते हुए अपने कलम को संवारने‌ का ऐसा मौक़ा मिला और चौंका मारने में सफल रहे और उन्होंने हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान हेतु चयनित हुए और सहभागिता का परिचय देकर छत्तीसगढ़ से प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ एवं बालोद जिला को गौरवान्वित करने में सफल रहा ..। हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान समारोह 2022 में एक मई को प्रीतमलाल दुआ ऑडिटोरियम इंदौर मध्यप्रदेश में अतिथियों के करकमलों द्वारा प्रतीक चिन्ह,मैडल,आई कार्ड ,प्रतिभा फीता, पुरस्कार सम्मान पत्र से नवाजा गया । यह दिन श्रवण जी के लिए बहुत ही गौरवान्वित व खुशियां भरी उमंग व उल्लास का दिवस रहा है.। साथ में उनके धर्मपत्नि श्रीमती मंजुलता श्रवण भी उपस्थित रहे..।

साहित्य के विभिन्न विधाओं में मिला सम्मान

अपनी काव्य रचना का प्रदर्शन ऑनलाइन व ऑफलाइन में विभिन्न मंचों में प्रदान कर चुकें है जो कि सराहनीय व प्रसंशनीय रहा है..।
कोरोना काल से आज पर्यंत साहित्य समाज से जुड़े होने के कारण विभिन्न मंचों से सम्मानित हो चुके हैं जैसे माॅं कर्मा जयंती के अवसर पर *साहित्य रत्न सम्मान * अंतर्राष्ट्रीय संगठन हिंदू राष्ट्र परिषद द्वारा जय माॅं भारती सम्मान अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद कर्नाटक इकाई द्वारा हिंदी काव्य शौर्य सम्मान डी डी भारती दिव्य दर्शन नेटवर्क अजमेर राजस्थान द्वारा हिंदी साहित्य जगत के क्षेत्र में अमृत महोत्सव साहित्य सम्मान महात्मा गांधी साहित्य सम्मान, शिक्षक गौरव सम्मान, हिंदी साहित्य सम्मान, विजयादशमी साहित्य सम्मान कविता कानन साहित्यिक संगठन द्वारा शब्द श्री सम्मान हिंदी साहित्य लहर मंच द्वारा काव्य शौर्य सम्मान अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मंच दिल्ली द्वारा महादेवी वर्मा शक्ति सम्मानश्रेष्ठ रचनाकार सम्मान छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग काव्य गोष्ठी सम्मान
भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ द्वारा डॉ. ए. पी. जे.अब्दुल कलाम शिक्षा रत्न अवार्ड २०२० सावित्री देवी फूले के जयंती समारोह में शिक्षक रत्न सम्मान काव्य कलश कला व साहित्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन सम्मान, शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ द्वारा शिकसा काव्य धारा सम्मान, राष्ट्रीय हिन्दी दिवस सम्मान,शरद पूर्णिमा व ईद मिलन सम्मान, हरियाली उत्सव सम्मान,शिकसा हास्य कवि सम्मेलन सम्मान, बसंतोत्सव अकादमी सम्मान समता साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ द्वारा बाबा साहब अम्बेडकर स्वाभिमान समता अवार्ड हिंदी रक्षक राष्ट्रीय मंच इंदौर द्वारा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्मान, सप्ताह का साहित्यिक सम्राट सम्मान एवं जिला स्तर पर विभिन्न सामाजिक साहित्यिक धार्मिक राजनीतिक धार्मिक आध्यात्मिक सांस्कृतिक मंचों पर सम्मान प्राप्त किये हैं ।

विभिन्न सेवा संगठन ने बधाईयां संप्रेषित किया गया

हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान इंदौर मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय सम्मान समारोह में नवाजें जाने पर प्राचार्य श्रीमती एस.जाॅनसन जी एवं समस्त शालेय स्टाॅफ़ एवं शाला विकास समिति खलारी , शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छ ग , शिक्षक उद्घोषक मंच डौडी, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन जिला बालोद ,नेशनल टीचर्स क्रिएटिव फाउंडेशन छ ग आदि सेवा संगठन व अकादमी परिवार ने हर्ष व्याप्त कर शुभकामनाएं संप्रेषित किए हैं..।

By dailybalodnewseditor

2007 से पत्रकारिता में कार्यरत,,,,,कुछ नया करने का जुनून, कॉपी पेस्ट से दूर,,,

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