पसौद में अवैध पेड़ कटाई का मामला :- ग्रामीणों की शिकायत पर जांच में पहुंचे तहसीलदार,पूर्व सरपंच व ग्रामीण बोले नदी किनारे सरपंच ने फलदार पेड़ काटे, सरपंच ने किया आरोप से इनकार
बालोद/ देवरीबंगला। ग्राम पसौद के अवैध कटाई का मामला गंभीर होते जा रहा है। ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत कर ग्राम पंचायत पसौद के सरपंच पोषणलाल देवांगन द्वारा खरखरा नदी के किनारे लगे फलदार एवं छायादार पेड़ों की अवैध कटाई की शिकायत की गई थी। जिसकी जांच करने गुरुवार को तहसीलदार रामरतन दुबे पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों एवं सरपंच के साथ मौके का मुआयना किया। अवैध पेड़ कटाई की शिकायत ग्राम पटेल रूमनलाल इंदौरिया ने की थी। मौका स्थल पर तहसीलदार के समक्ष पूर्व सरपंच इंदरचंद बाफना ने बताया कि अपने सरपंच कार्यकाल में शासन की योजना के तहत नदी किनारे फलदार एवं छायादार वृक्ष की नर्सरी लगाए थे। ग्राम पसौद के ही पूर्व सरपंच मुन्नालाल देशलहरा ने बताया कि उनके कार्यकाल में फलदार और छायादार वृक्षों की सुरक्षा व्यवस्था की जा रही थी तथा आम एवं जामुन के पेड़ों पर लगे फल नीलाम किए करते थे। उन्होंने बताया कि मेरे सामने आम के दो जामुन के एक तथा बड़े पैमाने पर बबूल पेड़ों की जेसीबी से कटाई की गई है। इसी प्रकार की जानकारी उपसरपंच उष्यंत सोनकर ने देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत में फलदार वृक्षों की कटाई मना किया था। इसके बाद भी सरपंच ने मनमानी करते हुए नदी किनारे लगे छायादार एवं फलदार वृक्षों अवैध कटाई की गई।
मौका पर मिला लकड़ियों का ढेर :-
अवैध कटाई का निरीक्षण करने पहुंचे तहसीलदार को ग्रामीणों ने कटाई की गई लकड़ियों का ढेर दिखाया। कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बड़े पैमाने पर लकड़ियां आरा मशीन में कटाई गई है। जिसका भी आरा मशीन मालिक से सत्यापन कराया गया। नदी किनारे लगे फलदार एवं छायादार पेड़ों की कटाई शासन द्वारा प्रतिबंधित है। मौका पर सत्यापन किया गया।
क्या बोले तहसीलदार
डौंडीलोहारा तहसीलदार रामरतन दुबे ने बताया कि अवैध कटाई का सत्यापन करने मौका स्थल पर गया था। ग्रामीणों एवं पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों के बयान लिए गए हैं। ग्रामीणों के बयान के अनुसार दो आम एक जामुन तथा कुछ बबूल के पेड़ काटे गए हैं। मौका पर काफी तादाद में काटी गई लकड़ियां मौजूद है। मामले का प्रतिवेदन बनाकर एसडीएम को भेजा जाएगा।
कटाई के आरोप से सरपंच ने किया इनकार, बोले मुक्तिधाम में होता है इन लकड़ियों का उपयोग
अवैध कटाई के आरोप में घिरे पसौद के सरपंच पोषण लाल देवांगन ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा कि चुनाव में मुझसे हारे हुए लोग मुझ पर झूठा आरोप लगाकर मुझे फंसा रहे हैं। जिन लकड़ियों की जांच करने के लिए तहसीलदार पहुंचे थे वह कई सालों से वहां पर रखी हुई है। जिन फलदार वृक्षों की कटाई की बात कही जा रही है, उसे मैंने नहीं कटवाया है। ऐसा भी तो हो सकता है कि नदी में बाढ़ आने के कारण वह पेड़ गिरे हो जिसे ग्रामीणों द्वारा यहां रखा हो। अक्सर आंधी तूफान या बारिश की वजह से गिरे हुए टूटे-फूटे पेड़ों को यहां लाकर रखा जाता है। यही से लकड़ियां मुक्तिधाम में शव जलाने के लिए दी जाती है। कुछ लोग बोल रहे हैं कि 2 साल पहले लकड़ी काटते हुए देखा गया है। मेरा सवाल है कि 2 साल पहले जब लकड़ी अगर मैंने कटवाई थी तो उस समय शिकायत क्यों नहीं की गई। अब क्यों शिकायत की गई है?